डियर कांग्रेस जनों ! भरपूर मुद्दों के होते हुए भी इतनी वीरानगी अफसोसजनक है।
1 min read
02/02/20229:53 pm
डियर कांग्रेस जनों, मैंने पहले ही कहा था कि उत्तराखंड में तो आपकी सोशल मीडिया टीम बहुत कमजोर है, प्रदेश के मुद्दों की समझ, उनके लिए कंटेंट और उसे प्रोजेक्ट करने का तो अंदाजा ही नहीं कि कब कहाँ कैसे और क्या प्रोजेक्ट करना है …? भरपूर मुद्दों के होते हुए भी इतनी वीरानगी अफसोसजनक है।
टु बी वेरी क्लियर विद ड्यू रिस्पेक्ट कि दिल्ली के दलालों के भरोसे सोशल मीडिया पर जारी हो रहे पोस्टरों से कुछ नही होने वाला इसे लिख कर ले लीजिए इनसे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात कि चुनाव के अंतिम दिनों तक प्रतिद्वंदी दल द्वारा सोशल मीडिया पर जम कर बखिया उधेड़ी जाएगी इसका जीता जागता उदाहरण जुम्मे की छुट्टी वाला वायरल आदेश है कि सफाई न दोगे तो भी फँसोगे और दोगे तो भी फँसोगे , स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की जगह दूसरी यूनिवर्सिटी कैसे प्रोजेक्ट कर दी जाती है आने वाले दो दिनों में ही इसे भी देख लीजिएगा तो समझ आ जायेगा कि क्या होने वाला है हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।
तीसरी बात कि अगर दिल्ली वालों के पोस्टरों के भरोसे न बैठे होते तो अब तक जनता के बीच मुद्दों को घर कर चुके होते ताकि मतदाता मुद्दों पर बहस करते न कि वायरल किये जा रहे पत्रों पर , लेकिन मुद्दों को जनता के बीच ले जाने के लिए दिल्ली के तुर्रीकट लौंडों को लैपटॉप पकड़ाने की जो भूल कर चुके हो उसे अभी भी वक्त है सुधार लीजिये वरना अंत में घिर जाने का ही विकल्प होगा।अभिमन्यु नहीं अर्जुन बनो वरना बाजी हाथ से निकल जायेगी हमारा क्या है हम तो जिसकी सरकार बने यकीनन उसके तय विपक्ष हैं।
अखिलेश डिमरी, देहरादून
देश और दुनिया सहित स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहे दस्तक पहाड़ से।
खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
डियर कांग्रेस जनों ! भरपूर मुद्दों के होते हुए भी इतनी वीरानगी अफसोसजनक है।
दस्तक पहाड़ की से ब्रेकिंग न्यूज़:
भारत में सशक्त मीडिया सेंटर व निष्पक्ष पत्रकारिता को समाज में स्थापित करना हमारे वेब मीडिया न्यूज़ चैनल का विशेष लक्ष्य है। खबरों के क्षेत्र में नई क्रांति लाने के साथ-साथ असहायों व जरूरतमंदों का भी सभी स्तरों पर मदद करना, उनको सामाजिक सुरक्षा देना भी हमारे उद्देश्यों की प्रमुख प्राथमिकताओं में मुख्य रूप से शामिल है। ताकि सर्व जन हिताय और सर्व जन सुखाय की संकल्पना को साकार किया जा सके।
डियर कांग्रेस जनों, मैंने पहले ही कहा था कि उत्तराखंड में तो आपकी सोशल मीडिया टीम बहुत कमजोर है, प्रदेश के मुद्दों की समझ, उनके लिए कंटेंट और उसे
प्रोजेक्ट करने का तो अंदाजा ही नहीं कि कब कहाँ कैसे और क्या प्रोजेक्ट करना है ...? भरपूर मुद्दों के होते हुए भी इतनी वीरानगी अफसोसजनक है।
टु बी वेरी क्लियर विद ड्यू रिस्पेक्ट कि दिल्ली के दलालों के भरोसे सोशल मीडिया पर जारी हो रहे पोस्टरों से कुछ नही होने वाला इसे लिख कर ले लीजिए इनसे कोई
फर्क नहीं पड़ने वाला।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात कि चुनाव के अंतिम दिनों तक प्रतिद्वंदी दल द्वारा सोशल मीडिया पर जम कर बखिया उधेड़ी जाएगी इसका जीता जागता उदाहरण जुम्मे की छुट्टी
वाला वायरल आदेश है कि सफाई न दोगे तो भी फँसोगे और दोगे तो भी फँसोगे , स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की जगह दूसरी यूनिवर्सिटी कैसे प्रोजेक्ट कर दी जाती है आने वाले
दो दिनों में ही इसे भी देख लीजिएगा तो समझ आ जायेगा कि क्या होने वाला है हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।
तीसरी बात कि अगर दिल्ली वालों के पोस्टरों के भरोसे न बैठे होते तो अब तक जनता के बीच मुद्दों को घर कर चुके होते ताकि मतदाता मुद्दों पर बहस करते न कि वायरल
किये जा रहे पत्रों पर , लेकिन मुद्दों को जनता के बीच ले जाने के लिए दिल्ली के तुर्रीकट लौंडों को लैपटॉप पकड़ाने की जो भूल कर चुके हो उसे अभी भी वक्त है सुधार
लीजिये वरना अंत में घिर जाने का ही विकल्प होगा।अभिमन्यु नहीं अर्जुन बनो वरना बाजी हाथ से निकल जायेगी हमारा क्या है हम तो जिसकी सरकार बने यकीनन उसके तय
विपक्ष हैं।
[caption id="attachment_24585" align="aligncenter" width="960"] अखिलेश डिमरी, देहरादून[/caption]