रुद्रप्रयाग जिले की बसुकेदार तहसील के डांगी गांव के एक पार्टी कार्यकर्ता का कुछ दिन पूर्व एक वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। दरअसल एक प्रवासी कार्यकर्ता इन दिनों गांव में पार्टी विशेष के प्रचार पर लगा था। अनुसूचित जाति की वोटों को प्रभावित करने के लिए उसने अनुसूचित जाति के लोगों से पानी भरने के नाम पर हो रहे भेदभाव आरोपित वीडियो सोशल मीडिया पर डाला। वायरल होने के बाद  रुद्रप्रयाग जिला पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल द्वारा उक्त वीडियो के प्राथमिक विद्यालय डांगी के पास होने की पुष्टि हुई। जहां पर मतदान की तिथि को गांव के ही एक व्यक्ति विनोद लाल द्वारा चाय की दुकान लगाई गई थी तथा वीडियो बनाए जाते वक्त किसी के द्वारा इनसे पानी मंगवाया गया था। अवगत करा दें कि ग्राम सभा डांगी में लगभग 250 परिवार निवास करते हैं, जिसमे से 85

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परिवार अनुसूचित जाति व 30-35 परिवार मुस्लिमों के हैं। इस संयुक्त आबादी वाले ग्राम में कभी भी जातिगत मतभेद के कारण कोई भी बात सामने नहीं आई है। इस सम्बन्ध में ग्राम प्रधान श्री सत्येन्द्र सिंह राणा व गांव के ही अन्य कुछ अनुसूचित जाति के लोगों से मौके पर जाकर वार्ता की गयी तो उन्होंने इस बात से इनकार किया गया है तथा कहा गया कि गॉव में इस प्रकार का कोई जातिगत भेदभाव नहीं है तथा इस गांव में पूर्व से ही मिश्रित जाति व धर्म के लोग निवासरत हैं। स्थानीय व्यक्तियों का कहना है कि ये वीडियो चुनाव को प्रभावित करने व अनुसूचित जाति की वोटों का जातिगत मतभेद से प्रभावित करने के लिए बनाया गया हो सकता है। वास्तविकता यह है कि गांव में पानी की कोई समस्या नही है तथा हर घर मे स्वजल योजना के तहत नल हैं। उक्त वीडियो का खंडन करते हुए ग्राम प्रधान सत्येंद्र सिंह राणा द्वारा बताया गया है कि गांव में अनुसूचित जाति के लोगों को पानी भरने से सम्बन्धित बातें निराधार हैं तथा गांव में कोई जातिगत भेदभाव नही है बल्कि यह जातिगत मतों को प्रभवित किये जाने से सम्बन्धित है। स्वयं वीडियो में दिख रहे व्यक्ति विनोद लाल द्वारा भी साफ- साफ कहा गया है कि, हमारे गांव में किसी भी प्रकार के जातिगत मतभेद नहीं हैं, मुझे तो यह भी नहीं पता कि कोई उनके पीछे से वीडियो भी बना रहा था।वीडियो बनाकर वायरल करने वाले व्यक्ति द्वारा भी माफी मांगी गई है।