दीपक बेंजवाल/दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल

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खूबसूरत वादियों के मशहूर उत्तराखण्ड का चोपता क्षेत्र लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है, लेकिन प्रशासन का डंडा चलते ही हसीन वादियों में शुमार चोपता फिर से सुर्खियों में है। वन विभाग द्वारा आज बड़ी कार्यवाही करते हुए चोपता में मैगपाई समेत 40 की संख्या में अवैध टैंटों को तोड़ दिया गया है। वन क्षेत्राधिकारी अगस्त्यमुनि यशवंत चौहान, जखोली रेंज अधिकारी गौरव नेगी के नेतृत्व में राजस्व व पुलिस की मौजूदगी चली इस कार्यवाही से हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का कहना है यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। दरअसल सैंचुरी क्षेत्र और वन पंचायत की जमीनों में अवैध खनन करने और बिना इजाजत टैंट, अस्थाई हट्स बनाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पहले भी होती आई है।वन विभाग बारबार अतिक्रमणकारियों का चिन्हीकरण कर निर्माण कार्यो को हटाने के निर्देश देता रहा है। लेकिन फिर भी अवैध अतिक्रमण धड़ल्ले से जारी है। तुंगनाथ घाटी भू-माफियाओं की चपेट में है। यहां के बेशकीमती बुग्यिालों को खुर्दबुर्द कर चोपता दुगलविट्टा को भी प्लास्टिक की घाटी बना दिया गया है। यहां पर हर वर्ष लाखों की तादाद में देशी और विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं और प्रकृति का आनंद लेते हैं। यहां पर रोजगार और पर्यटन को विकसित करने के लिए स्थानीय लोगों को वन पंचायत द्वारा लीज पर जमीन आवंटित की जाती है। जिस पर टेंट कॉलोनियां स्थापित होती हैं। अब अवैध अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन ने इनको गिराना शुरू कर दिया है, तो प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय बेरोजगारों का भी विरोध शुरू हो गया है।