योग नगरी में वरिष्ठ संत के साथ नमाज पढ़ते दिखे मुस्लिम उलेमा, जानिए क्यों हो रहा स्वामी चिदानंद मुनि का विरोध
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29/03/20227:26 am
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही योग नगरी ऋषिकेश के एक आश्रम में मुसलमानों द्वारा नमाज पढ़े जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जिसके बाद से धर्मनगरी हरिद्वार के संतों द्वारा ऋषिकेश के संत का विरोध शुरू हो गया है। साधु संतों ने सनातन धर्म-संस्कृति का अपमान करने वाले चिदानंद मुनि के बहिष्कार और मुह काला करने की धमकी दी है। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर ये फोटो वायरल हो रहे है –
जिसमें ऋषिकेश के वरिष्ठ चिदानंद मुनि अपने आश्रम में कुछ मुस्लिम नेताओं के साथ बैठे हैं. जिसमें ऐसा लग रहा है जैसे कि मुस्लिम नेता उनके ऋषिकेश आश्रम में नमाज पढ़ रहे हो. फोटो के वायरल होने के बाद से धर्मनगरी हरिद्वार के संत, स्वामी चिदानंद मुनि से खासा नाराज दिखाई पड़ रहे हैं. हरिद्वार के शाम्भवी आश्रम में आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप की अध्यक्षता में संतों द्वारा बैठक कर चिदानंद मुनि का विरोध किया गया. संतो के साथ बैठक के बाद स्वामी आनंद स्वरूप ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि गंगा के पावन तट को दूषित करने का जो कार्य चिदानंद मुनि द्वारा किया गया है उस पर हरिद्वार के संत उनको माफ नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि काली सेना ने ऐसे संत द्वारा किए गए इस कार्य को धर्म विरोध करार देते हुए सनातन धर्म से बाहर करने तथा निर्वाणी अखाड़ा से उन्हें बाहर करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि ऐसे संत भगवा पहने के लायक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे संत केवल धन प्राप्ति के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।
वहीं काली सेना के प्रमुख विनोद गिरी महाराज ने कहा कि काली सेना ऐसे किसी भी व्यक्ति या संत को बर्दाश्त नहीं करेगी जो हिंदू विरोधी कार्य करेगा. अगर कोई संत इस तरह का कार्य करता है तो वह उसका विरोध करेंगे. उन्होंने घोषणा की कि चिदानंद मुनि द्वारा जिस तरह से प्रतिबंधित क्षेत्र में नमाज पढ़ाई गई है उसका काली सेना विरोध करती हैं और घोषणा करती है कि वो ऐसे संत का मुंह काला करने का कार्य करेगी।
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योग नगरी में वरिष्ठ संत के साथ नमाज पढ़ते दिखे मुस्लिम उलेमा, जानिए क्यों हो रहा स्वामी चिदानंद मुनि का विरोध
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हरिद्वार के संतों द्वारा ऋषिकेश के संत का विरोध शुरू हो गया है। साधु संतों ने सनातन धर्म-संस्कृति का अपमान करने वाले चिदानंद मुनि के बहिष्कार और मुह
काला करने की धमकी दी है। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर ये फोटो वायरल हो रहे है -
जिसमें ऋषिकेश के वरिष्ठ चिदानंद मुनि अपने आश्रम में कुछ मुस्लिम नेताओं के साथ बैठे हैं. जिसमें ऐसा लग रहा है जैसे कि मुस्लिम नेता उनके ऋषिकेश आश्रम में
नमाज पढ़ रहे हो. फोटो के वायरल होने के बाद से धर्मनगरी हरिद्वार के संत, स्वामी चिदानंद मुनि से खासा नाराज दिखाई पड़ रहे हैं. हरिद्वार के शाम्भवी आश्रम में
आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप की अध्यक्षता में संतों द्वारा बैठक कर चिदानंद मुनि का विरोध किया गया. संतो के साथ बैठक के बाद स्वामी आनंद स्वरूप
ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि गंगा के पावन तट को दूषित करने का जो कार्य चिदानंद मुनि द्वारा किया गया है उस पर हरिद्वार के संत उनको माफ नहीं
करेंगे. उन्होंने कहा कि काली सेना ने ऐसे संत द्वारा किए गए इस कार्य को धर्म विरोध करार देते हुए सनातन धर्म से बाहर करने तथा निर्वाणी अखाड़ा से उन्हें बाहर
करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि ऐसे संत भगवा पहने के लायक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे संत केवल धन प्राप्ति के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।
वहीं काली सेना के प्रमुख विनोद गिरी महाराज ने कहा कि काली सेना ऐसे किसी भी व्यक्ति या संत को बर्दाश्त नहीं करेगी जो हिंदू विरोधी कार्य करेगा. अगर कोई संत
इस तरह का कार्य करता है तो वह उसका विरोध करेंगे. उन्होंने घोषणा की कि चिदानंद मुनि द्वारा जिस तरह से प्रतिबंधित क्षेत्र में नमाज पढ़ाई गई है उसका काली सेना
विरोध करती हैं और घोषणा करती है कि वो ऐसे संत का मुंह काला करने का कार्य करेगी।