लक्ष्मण नेगी / ऊखीमठ ।। एनपीसीसी के निर्माण गैंड - गडगू निर्माणाधीन मोटर मार्ग का निर्माण कार्य विगत तीन वर्षों से अधर में लटकने पर ग्राम पंचायत गडगू के ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन को 8 सूत्रीय ज्ञापन सौपकर 15 अप्रैल तक मांगों पर अमल न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है ! तहसील प्रशासन को सौपें ज्ञापन का हवाला देते हुए गडगू के ग्रामीणों ने बताया कि गैड़ - गडगू मोटर मार्ग का निर्माण कार्य कार्यदाही संस्था एनपीसीसी की की लापरवाही के कारण अधर में लटका हुआ है जिस कारण ग्रामीणों को

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आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है! ग्रामीणों का कहना है कि निर्माणाधीन मोटर मार्ग की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाय तथा जांच कमेटी मे गाँव के पांच ग्रामीणों को वरीयता दी जाय तथा तथा ग्रामीणों के खेतों का मुआवजा शीध्र दिया जाय, मोटर मार्ग निर्माण से गाँव के क्षतिग्रस्त पैदल मार्गों की मरम्मत की जाय, तथा आठ आवासीय भवनों के निचले हिस्से में सुरक्षा दीवालों का निर्माण किया जाय! ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 अप्रैल तक आठ सूत्रीय मांगों पर अमल नही हुआ तो ग्रामीणों को आन्दोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन - प्रशासन व एनपीसीसी की होगी! ज्ञापन में जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा, प्रधान बिक्रम सिंह नेगी, बलवीर सिंह, राकेश सिंह, संग्राम सिंह, कुवर सिंह, अब्बल सिंह, रणजीत सिंह, नारायण सिंह, भरत सिंह, सुदीप सिंह, प्रवीण सिंह, कमल सिंह, देवेन्द्र सिंह सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर मौजूद थे! वही दूसरी ओर नगर क्षेत्रान्तर्गत ओकारेश्वर वार्ड के चुन्नी के ग्रामीणों ने उत्तराखण्ड जल विधुत निगम लिमिटेड कुण्ड के अधिशासी अभियन्ता के माध्यम से जल विधुत निगम के महा प्रबन्धक को ज्ञापन भेजकर निर्माणाधीन 15 मेगावाट मधु गंगा जल विधुत परियोजना के फोरवे टैंक से दो इंच पेयजल लाइन से चुन्नी गाँव को जोड़ने की मांग की! साथ ही ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर 9 अप्रैल को फोरवे टैंक के समीप उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। महा प्रबन्धक को सौपें ज्ञापन का हवाला देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि मधु गंगा जल विधुत परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होने से पूर्व उत्तराखण्ड जल विधुत परियोजना के अधिकारियों को ग्रामीणों के मध्य हुए समझौते में फोरवे टैंक से चुन्नी गाँव के लिए दो इंच पेयजल लाइन के निर्माण पर सहमति बनी थी मगर अब उत्तराखण्ड जल विधुत निगम के अधिकारियों द्वारा किसी भी समझौते से इनकार किया जा रहा है, जो कि प्रभावित गाँव चुन्नी के साथ धोखा व छलवा है! ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पूर्व समझौते के अनुसार जल विधुत परियोजना के फोरवे टैंक से चुन्नी गाँव के लिए दो इंच पेयजल लाइन का निर्माण नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों को 9 अप्रैल को फोरवे टैंक के निकट अग्र आन्दोलन के लिए विवश होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी उत्तराखण्ड जल विधुत निगम की होगी! ज्ञापन में सभासद प्रदीप धर्म्वाण, पूर्व प्रधान अंजना रावत, राजकुमार तिवारी, कर्मवीर बर्त्वाल, अनूप तिवारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद रावत, पूनम नौटियाल, सरोज तिवारी, सन्दीप तिवारी, पुष्पा देवी, कैलाश तिवारी सहित पांच दर्जन ग्रामीणों के हस्ताक्षर मौजूद थे !