जिला प्रशासन द्वारा अगस्त्यमुनि नगर क्षेत्र में बीचों बीच स्थित एक मकान को उच्च न्यायालय के निर्देशों पर धवस्त किया गया। चार मंजिला इस मकान पर तीन दुकानों सहित अन्य किरायेदारों से कमरे खाली कराये गये, प्रशासन की इस कार्यवाही से नगर क्षेत्र में हडकम्प मच गया। मंगलवार सुबह से ही तहसीलदार रूद्रप्रयाग के निर्देशन में और पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में अगस्त्यमुनि के न्यू मार्केट में 25 वर्ष पूराने मकान को ध्वस्त करने की कार्यवाही शुरू की गयी। जानकारी देेते हुए तहसीलदार रूद्रप्रयाग मंजू राजपूत ने कहा कि उच्चन्यायालय के आदेशानुसार इस भवन को तोड़ा जा रहा है। जिसकी

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जानकारी भवन मालिक राजीव नेगी पुत्र भौपाल सिहं नेगी निवासी बुटोल गाँव चन्द्रापुरी को एक माह पूर्व दी जा चुकी थी, साथ ही नियमानुसार कार्यवाही करते हुए किरायेदारों और मकान मालिक को खानी करने हुए नोटिस पूर्व में दिये जा चुके थे, और आज इस भवन को ध्वस्त किया जा रहा है। साथ ही 13 अप्रैल को एक और भवन को भी तोड़ा जाना है जिसके लिए भवन स्वामी कैलाश भट्ट को पूर्व में नोटिस दिया जा चुका है। भवन स्वामी राजीव नेगी ने कहा कि 2004 में जब यह मकान बन रहा था, तो प्रशासन द्वारा इसका चालान किया गया था, जिसके बाद हमारे द्वार हाई कोर्ट में याचिका दाखित की गयी थी, जहां पर फैसला हमारे पक्ष में नही आया। और ऊंची पहचान न होने के कारण हमारे खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जा रही है। जबकि हमारे जैसे बहुत से मामले लम्बित हैं। इस भवन पर विगत 25 वर्षो से अपना रोजगार चलाने वाले अंजली मेडिकोज के मालिक जगदम्बा सकलानी ने कहा कि आज सुबह जब में दुकान पर बैठा था, तो तहसीलदार महोदय द्वारा मुझे दुकान से सामान बाहर निकालने हेतु आदेशित किया गया, मेरे द्वारा दो दिन का समय मांगा गया तो उन्होंने साफ मना कर दिया। जिसके बाद आनन फानन में मैंने अपना सामान बाहर निकाला। इसी भवन पर डेन्टल व्यवसायी ललित रावत ने कहा कि हमें विश्वास नही हो रहा कि प्रशासन द्वारा इतनी बड़ी कार्रवाई इतनी जल्दी कर भवन तोडा गया है।