दस्तक पहाड़ न्यूज/ अगस्त्यमुनि ब्यूरो ।। नगर पंचायत कर्मचारी हर्षवर्धन रावत आत्महत्या मामले में मृतक के भाई प्रदीप की तहरीर पर नगर पंचायत अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल, अध्यक्ष पति रमेश बेंजवाल और

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अधिशासी अधिकारी बीरेंद्र पंवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष राजीव कुमार चौहान ने कहा कि आत्महत्या हेतु उकसाने के लिए इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, घटना के विभिन्न पहलूओं की जांच के बाद अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। [caption id="attachment_26630" align="alignnone" width="1012"] तहरीर[/caption] बृहस्पतिवार को अगस्त्यमुनि नगर पंचायत कर्मचारी हर्षवर्धन रावत आत्महत्या मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पुलिस द्वारा पंचनामा करते समय परिजनों के समक्ष दिखाएं गए सुसाइड नोट मे मृतक ने विस्तार से आत्महत्या के कारण लिखते हुए नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल, अध्यक्ष पति रमेश बेंजवाल और इओ वीरेन्द्र पंवार पर बढ़ा आरोप लगाया था। मानसिक रूप में दबाव में आए मृतक ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक खत्री से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। उन्हें अपना हितैषी बताते हुए अपने बच्चों की देखभाल करने को भी कहा है। आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में टैक्स मोहसिन के पद पर कार्यरत कर्मचारी हर्षवर्धन रावत ने नगर पंचायत आफिस के समीप कूड़ा कॉम्प्रेसिव मशीन में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना की सूचना मिलते ही नगर क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मृतक द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में लगाए गए गंभीर आरोप अब जांच का विषय है, फिलहाल परिजनों को दिखाने के बाद पुलिस ने सुसाइड नोट को सील कर दिया है। माना जा सकता है कि इसमें कई गंभीर आरोप दफन हैं जिनका खुलासा अब जांच के बाद ही होगा। मृतक अगस्त्यमुनि नगर पंचायत में टैक्स मोहसिन के पद पर तैनात था और लंबे समय से मानसिक दबाव में था। मृतक अपने पीछे बूढ़े माता-पिता, पांच बहिनों के एकलौते भाई और छः साल की अबोध बच्ची को छोड़ कर गया है