हनुमान जी संकटों को दूर करने वाले देवता हैं, शास्त्रों में हनुमान जी को शिव का अवतार बताया गया है। हनुमान जी के जन्म समय को लेकर मतभेद है,. कुछ लोगों का मानना है कि हनुमान जी का जन्म कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को हुआ था। हालांकि अधिकतर लोगों का मत है कि वे चैत्र पूर्णिमा को ही चित्रा नक्षत्र एवं मेष लग्न में जन्मे थे। कुछ लोग हरियाणा के कैथल को हनुमान जी का जन्म स्थान मानते हैं, इसको पुराने समय में कपिस्थल कहा जाता था, यहां माता अंजनी का एक मंदिर है।
भगवान श्री हनुमान की आराधना व्यक्ति के जीवन से संकटों का नाश करती है। संकट मोचन हनुमान न केवल नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से रक्षा करते हैं बल्कि धन-संपत्ति, भौतिक सुख और जीवन में ऊंचाइयां भी प्रदान करते हैं। पवन पुत्र हनुमान के पथ पर चलने वालों को कोई भी संकट नहीं मिलता है। हनुमान जी पृथ्वी के जाग्रत देव हैं। मान्यता है कि वे पृथ्वी पर अभी भी जीवित रूप में मौजूद हैं। वे अपने भक्तों को समस्त सुख प्रदान करने में सक्षम हैं। इसलिए इस हनुमान जन्मोत्सव पर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में…
हनुमान जन्मोत्सव के दिन विधि-विधान से पूजा करके बेसन के लड्डू का भोग जरूर लगाएं। कहा जाता है कि हनुमान जी को बेसन के लड्डू अत्यंत प्रिय हैं। ऐसे में अपना मनपसंद भोग पाकर हनुमान जी जीवन के समस्त सुख प्रदान करते हैं।
सिंदूर का चोला
धन संबंधी समस्याएं दूर करने के लिए हनुमान जन्मोत्सव के दिन बजरंगबली को सिंदूर का चोला चढ़ाएं। उन्हें चमेली के पुष्पों की माला पहनाएं और लाल लंगोट बांधे। हनुमान जयंती से प्रारंभ करके अगली 11 पूर्णिमा तक ये प्रयोग करें।
लाल झंडा
हनुमान जन्मोत्सव के दिन किसी हनुमान मंदिर के शिखर पर तिकोना लाल झंडा लगाएं। कहा जाता है कि इससे सर्वत्र विजय हासिल होती है। जीवन की समस्त परेशानियों का हल निकलता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
मीठा पान
महाबली हनुमान को मीठा पान अत्यंत प्रिय है। ऐसे में हनुमान जन्मोत्सव के दिन अंजनी पुत्र हनुमान जी को मीठा पान जरूर भेंट करें। पान में पांच प्रकार की वस्तुएं होना चाहिए। कत्था, गुलकंद, खोपरा, सौंफ और गुलाबकतरी। एक बात का ध्यान रखें कि इसमें चूना, सुपारी जैसी चीजें बिल्कुल भी नहीं हो। इस पान से हनुमानजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
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हनुमान जी संकटों को दूर करने वाले देवता हैं, शास्त्रों में हनुमान जी को शिव का अवतार बताया गया है। हनुमान जी के जन्म समय को लेकर मतभेद है,. कुछ लोगों का
मानना है कि हनुमान जी का जन्म कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को हुआ था। हालांकि अधिकतर लोगों का मत है कि वे चैत्र पूर्णिमा को ही चित्रा नक्षत्र एवं मेष लग्न में
जन्मे थे। कुछ लोग हरियाणा के कैथल को हनुमान जी का जन्म स्थान मानते हैं, इसको पुराने समय में कपिस्थल कहा जाता था, यहां माता अंजनी का एक मंदिर है।
भगवान श्री हनुमान की आराधना व्यक्ति के जीवन से संकटों का नाश करती है। संकट मोचन हनुमान न केवल नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से रक्षा करते हैं बल्कि
धन-संपत्ति, भौतिक सुख और जीवन में ऊंचाइयां भी प्रदान करते हैं। पवन पुत्र हनुमान के पथ पर चलने वालों को कोई भी संकट नहीं मिलता है। हनुमान जी पृथ्वी के
जाग्रत देव हैं। मान्यता है कि वे पृथ्वी पर अभी भी जीवित रूप में मौजूद हैं। वे अपने भक्तों को समस्त सुख प्रदान करने में सक्षम हैं। इसलिए इस हनुमान
जन्मोत्सव पर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में...
बेसन के लड्डू का भोग
हनुमान जन्मोत्सव के दिन विधि-विधान से पूजा करके बेसन के लड्डू का भोग जरूर लगाएं। कहा जाता है कि हनुमान जी को बेसन के लड्डू अत्यंत प्रिय हैं। ऐसे में अपना
मनपसंद भोग पाकर हनुमान जी जीवन के समस्त सुख प्रदान करते हैं।
सिंदूर का चोला
धन संबंधी समस्याएं दूर करने के लिए हनुमान जन्मोत्सव के दिन बजरंगबली को सिंदूर का चोला चढ़ाएं। उन्हें चमेली के पुष्पों की माला पहनाएं और लाल लंगोट
बांधे। हनुमान जयंती से प्रारंभ करके अगली 11 पूर्णिमा तक ये प्रयोग करें।
लाल झंडा
हनुमान जन्मोत्सव के दिन किसी हनुमान मंदिर के शिखर पर तिकोना लाल झंडा लगाएं। कहा जाता है कि इससे सर्वत्र विजय हासिल होती है। जीवन की समस्त परेशानियों का
हल निकलता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
मीठा पान
महाबली हनुमान को मीठा पान अत्यंत प्रिय है। ऐसे में हनुमान जन्मोत्सव के दिन अंजनी पुत्र हनुमान जी को मीठा पान जरूर भेंट करें। पान में पांच प्रकार की
वस्तुएं होना चाहिए। कत्था, गुलकंद, खोपरा, सौंफ और गुलाबकतरी। एक बात का ध्यान रखें कि इसमें चूना, सुपारी जैसी चीजें बिल्कुल भी नहीं हो। इस पान से हनुमानजी
शीघ्र प्रसन्न होते हैं।