दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो :-चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए उत्तराखंड में अब कोविड -19 की जांच, टीकाकरण प्रमाणपत्र तथा अन्य किसी भी तरह की जांच की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। साथ ही अब यात्रिओं को चार धाम की यात्रा पर जाने के लिए यात्रा ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। सभी उम्मीदवारों को यात्रा पर जाने के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करना होगा और पंजीकरण करते समय उम्मीदवारों के पास सभी आवश्यक जरूरी दस्तावेज होने चाहिए।

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पिछले दिनों कोरोना फैलने के कारण उत्तराखंड आने वाले यात्रियों और पर्यटकों की राज्य की सीमा पर बनी चौकियों पर जांच होने लगी थी और टीकाकरण प्रमाणपत्र दिए बिना किसी भी तीर्थयात्री को होटलों या धर्मशाला में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। इससे पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही थी। देहरादून में शुक्रवार को उत्तराखंड के बाहर से आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं की कोविड जांच को लेकर भ्रम की स्थिति दूर करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव डा. एसएस संधू ने संबंधित उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई और जरूरी निर्देश जारी किए। क्यों दी गई श्रद्धालुओं को राहत और कब तक? खबरों की मानें तो संधू ने जो निर्देश जारी किए हैं, उनके अनुसार चार धाम यात्रा का संचालन ठीक से हो सके, राज्य के बॉर्डर पर अफरातफरी और असुविधा न हो, भीड़ किसी पॉइंट पर इकट्ठी न हो जाए, इन तमाम बातों के मद्देनज़र कोविड जांच और टीके के प्रमाण पत्र की बाध्यता नहीं रखी गई है. हालांकि इस निर्देश में कहा गया है कि यह अगले आदेश तक ही मान्य होगा. यानी कोरोना संक्रमण की स्थिति के मद्देनज़र आगे फैसले लिये जाएंगे।