कालिका काण्डपाल- अगस्त्यमुनि  तीर्थ यात्रा के नाम पर पहाड़ में उमड़ रहे भारी हूजूम ने केवल स्थानीय निवासियों का बल्कि जंगली जानवरों का जीना भी  दुश्वार कर दिया है। खासकर सड़कों पर एकाएक बड़े ट्रैफिक ने दुर्घटनाओं को न्यौता देना शुरू कर दिया है। शुक्रवार सायं तिलवाडा के पास सड़क पर आये एक गुलदार को तेज चलती यात्री कार टक्कर मार कर भाग गयी। घटना के बाद यहाँ  अफरा तफरी मच गयीl जोरदार टक्कर के बाद गुलदार सड़क पर बेहोस पड़ा रहाl

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वन क्षेत्र अधिकारी अगस्त्यमुनि यशवंत चौहान ने बताया कि आपदा कन्ट्रोल रूम द्वारा शाम करीब साढे 7 बजे सूचना मिलने पर वन विभाग के 3 कर्मचारी तत्काल मोके पर पहुंचे, जहा पर लोगो की भीड़ जमा हो गयी, पुलिस की मदद से लोगो को दूर क्या गयाl इतने देर में गुलदार होश में आ गयाl जमा भीड़ को देखकर शेर झाड़ियो मे छिप गयाl इसके बाद रात को भी सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन गुलदार मिल नहीं पायाl ऐसा अनुमान है कि गुलदार को ज्यादा चोट नहीं लगी होगीl शनिवार सुबह को ड्रोन से भी ढूंढने की कोशिस की गयी लेकिन कुछ पता नहीं लग पायाl जिसके बाद पूरे दिन सर्च टीम क्षेत्र का भ्रमण करती रहीl दरअसल ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है, यात्रा पर आ रहे अधिकांश कार चालक बाजारों कस्बों में तेजी से आवाजाही कर रहे, जिनकी चपेट में आए दिन आए दुर्घटना घट रही है। लोगो का कहना है कि पहाड़ों में सिंगल रोड़ है जिनपर यात्रा का भारी दबाव रहता है, यात्रा रूट पर आ रही कार, बस ओवरस्पीड से बाजारों में चल रही है, जिससे दुर्घटनाए हो रही है। इन सिंगल रोड़ों पर स्कूली बच्चे, गांवों की महिलाएं बुजुर्ग रोजना आवाजाही करते हैं, ऐसे में ओवरस्पीड जानलेवा साबित हो सकती है, एहतियातन भीड़ भाड़ वाले बाजारों में स्पीड ब्रेकर लगाने चाहिए। पुलिस प्रशासन बेरिकेडिंग लगाकर भी ओवरस्पीड वालों पर लगाम कस सकती है। यात्रा के साथ स्थानीय जनजीवन की सुरक्षा भी जरूरी है। स्थानीय व्यापारियों ने भी बाज़ार क्षेत्र से गुजरते हुए यात्रा पर आ रहे यात्रियों से स्पीड कंट्रोल करने की अपील की है। साथ ही प्रशासन से तत्काल स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग की है।।