दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल ब्यूरो- बैंकों से नया एटीएम लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए इन दिनों परेशानी बढ़ गई है। कई बैंकों के लाखों खाताधारक डेबिट कार्ड नहीं मिलने से परेशान हैं। दरअसल, डेबिट कार्ड में इस्तेमाल होने वाली सेमीकंडक्टर चिप ताइवान में कोरोना संक्रमण के चलते बन नहीं पा रही है। इससे डेबिट कार्ड तैयार करने का काम लगभग ठप हो चुका है। विभिन्न बैंकों के अधिकारियों की मानें तो यह समस्या दिसंबर तक ऐसे ही रहने वाली है। बैंक अधिकारियों कहना है कि डेबिट कार्ड के लिए उन लोगों को परेशान होना पड़ रहा है, जिन्होंने बीते एक साल में खाता खुलवाया है या जिनका कार्ड एक्सपायर हो गया है। बैंक इनमें से केवल 20 प्रतिशत लोगों की मदद कर पा रहा है, जिन लोगों को डेबिट कार्ड की बहुत ज्यादा जरूरत है, उन्हें प्री-जेनरेटेड कार्ड देकर बैंक किसी तरह काम चला रहे हैं। यह

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कार्ड भी अब खत्म होने की स्थिति में हैं। बैंकों से नया एटीएम लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए जो एटीएम कार्ड पहले हफ्ते से 10 दिनों में आ जाया करते थे, अब उन्हें आने में डेढ़ से दो माह का समय लग रहा है। उपभोक्ताओं की परेशानी इससे बढ़ने लगी है। आनलाइन पेंमेंट में भी एकबार एटीएम पिन की आवश्यकता होती है तभी आप यूपीआई अथवा गूगल पे जैसे एप यूज कर सकते है। नए उपभोक्ताओं के साथ वैधता समाप्ति अथवा खो जाने पर नए एटीएम की जरूरत होती है।इसकी वजह से एटीएम कार्ड के लिए इन दिनों बैंकों में रोजाना लोगों की भीड़ भी देखी जा रही है। एटीएम कार्ड मिलने में हो रही लेटलतीफी के कारण उपभोक्ताओं की बैंक कर्मचारियों के साथ बहस भी हो रही है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि चिप की वजह से यह समस्या बनी हुई है। बाहर से ही एटीएम नहीं आ रहा है तो वे कैसे उपभोक्ता को दे सकते तीन गुना हो गई है चिप की कीमत वर्तमान में ताइवान, मलेशिया, चीन, अमेरिका स्थित चिप निर्माता कंपनियां मांग का केवल पांच से 10 प्रतिशत ही उत्पादन कर रही हैं। इस वजह से 100 रुपये की चिप अब 300 रुपये में मिल रही है। इस कमी के चलते ना सिर्फ यह बैंकिंग बल्कि आटोमोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स सहित अन्य क्षेत्र भी प्रभावित हो रहे हैं।