मेरि बामणी बामणी गीत के माध्यम से बनाई थी एक नई पहचान”  लक्ष्मण सिंह नेगी   ऊखीमठ  – प्रसिद्ध रंगकर्मी, व लोक गायक नवीन सेमवाल के असामयिक निधन की खबर है ! वे विगत कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे! मंगलवार सुबह उनका असमय निधन हो गया है। उनके निधन से जनपद रुद्रप्रयाग सहित रंगमंच व लोक कलाकारों में शौक की लहर दौड़ गई।

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हमारा बीच का यूवा कलाकार नवीन सेमवाल जी को आकस्मिक निधन कि खबर मिली भोत दुःख की बात च हमारा संगीत, कला जगत की एक का बाद एक क्षति भोत आघात देंणी। भागवान उंकी आत्मा थें शांति प्रदान करो अर ऊंका परिवार थें ये दुःख सेणे शक्ति द्यो ॐ शांति: - नरेेन्द्र सिंह नेगी,  लोकगायक  रंगकर्मी लोक कलाकार नवीन सेमवाल का निधन की खबर सुणीबहुत दुख होय दिवंगत आत्मा थैं ईश्वर अपड़ा धाम मा जगा देओ ॐ शांति - प्रीतम भरतवााण, लोकगायक  मूल रुप से रुद्रप्रयाग जनपद के केदार घाटी फाटा निवासी लोक गायक नवीन सेमवाल  पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे! मंगलवार को मात्र 44 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। नवीन सेमवाल रंगमंच के मझे कलाकार होने के साथ साथ कई गढ़वाली गानो में अपनी मधुर आवाज के चलते काफी चर्चित थे।  उन्होंने थिएटर के माध्यम से भी उत्तराखंड के देश में कई स्थानों पर अपने कार्यक्रम दिए। उनके निधन पर संम्पूर्ण जनपद सहित संस्कृति कर्मियों मे शोक की लहर दौड़ गई है। नवीन सेमवाल के निधन पर केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत, पूर्व विधायक मनोज रावत, आशा नौटियाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट् सहित जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, संगीतकारों, साहित्यकारों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शोक संवेदना व्यक्त की है! विनम्र श्रद्धांजलि चर्चित लोक गायक दिवंगत पूज्य #नवीन_सेमवाल तैं।अब हम केवल समळौणा रौला,मेरि बामणी सूणी याद कना रौला चर्चित लोक गायक, निर्देशक, नृत्य कलाकार अर हास्य कलाकार भुला नवीन सेमवाल तैं। मेरि बामणी जन सुपरहिट गढ़वाळि गीता गायक, रंगकर्मी नवीन सेमवाल अनंत जतरा पर चलिगैनी।रुद्रप्रयाग जनपद फाटा धराळ गौं का निवासी नवीन सेमवाल मात्र 44 वर्षै उमर मा हमरा लोक मा तमाम चित्र गीतों मा शानदार अभिनय करीक चर्चित ह्वेकि चलि गैनि। भगबान से प्रार्थना छ कि मेरा बणयां अर गयां माँ क्वाँरिका दिवरा बन्याथ भजनौं का निर्देशक भुला नवीन सेमवालै आत्मा तैं स्वर्ग मा शान्ति मिलो अर पूरा परिवार तैं ये दुःख स्हौणै तागत। ऊँ शान्ति।🙏 - ओमप्रकाश सेमवाल,  कलश संस्था रुद्रप्रयाग