दूर चलीगे माना अब तू आसमान वे गई….गमगीन आँखों से दी लोकगायक नवीन सेमवाल को अंतिम विदाई
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29/06/20223:16 pm
दीपक बेंजवाल / दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल ब्यूरो- दूर चलीगे माना अब तू आसमान वे गई…उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी जी की इन पंक्तियों के साथ पहाड़ के एक गुदगुदाते हुये लोकगायक नवीन सेमवाल को आज उनके सैकड़ों चाहते दोस्तों, फालोवर्सो और गाँववासियों ने नम आँखों से आज रुद्रप्रयाग स्थित अलकनंदा मंदाकिनी संगम पर अंतिम विदाई दी। छोटी उम्र में संगीत जगत में अपनी खास पहचान बनाने वाले नवीन सेमवाल ने न केेेवल अपने गीत संंगीत से दिलों को छुआ बल्कि हमेशा-हमेशा के लिए अपनी मुस्कुराती छवि को भी दिलों में बसा लिया। संगीत के साथ-साथ सबको जोड़ने और सामाजिक मुद्दों पर संजीदगी से अभिनय करके उन्होंने जनजागरूकता भी फैलाई। केदारघाटी की संस्कृति,पर्यटन और ग्रामीण परिवेश को देश दुनिया के सामने लाने के लिए भी उन्हें हमेशा जाना जाता रहेगा। मुफलिसी और बीमारी के बाद भी लोगो को हँसाने की उनकी जीवंटतता को सलाम।
आज उनकी अंतिम विदाई पर केदारघाटी के संगीत, कला, संस्कृति, राजनीति और पत्रकारिता जगत से जुड़े लोग भी बड़ी संख्या में जुटे। सुबह तकरीबन 9 बजे संगम तट पर उनके 14 वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी।
आपको बता दे कि लोक गायक नवीन सेमवाल विगत कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार सुबह हार्टाटेक पड़ने से उनका असमय निधन हो गया। वो अपने पीछे पत्नी, माँ, दो लड़के और एक पुत्री को छोड़कर गये है। मूल रुप से रुद्रप्रयाग जनपद के केदार घाटी फाटा निवासी लोक गायक नवीन सेमवाल पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मंगलवार को मात्र 44 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। नवीन सेमवाल रंगमंच के मझे कलाकार होने के साथ साथ कई गढ़वाली गानो में अपनी मधुर आवाज के चलते काफी चर्चित थे। उन्होंने थिएटर के माध्यम से भी उत्तराखंड के देश में कई स्थानों पर अपने कार्यक्रम दिए। मेरी बामणी उनका सुपर डूपर हिट गीत था, इसके साथ ही वो उनके अनेक गीत लोकप्रिय हुए थे। पिछले कुछ समय से शार्ट फिल्मों में अभिनय कर लोगों को गुदगुदा रहे थे। कोविडकाल में उनके द्वारा बनायी गयी शार्ट फिल्मों को जनजागरूकता के लिए बेहद सराहा गया था।
भौतिक शरीर आज भले ही पंचतत्वों में विलीन हो गया हो लेकिन उनके गाये गीत और फिल्में हमेशा दिलों में ज़िन्दा रहेंगी।
दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल परिवार पहाड़ के अपने युवा, हरदिल अजीज लोकगायक के असमय निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
उत्तराखंड के लोकप्रिय युवा कलाकार श्री नवीन सेमवाल जी के आकस्मिक निधन का दुखद समाचार सुन मन शोक में डूब गया।भगवान स्व.नवीन सेमवाल जी की दिवगंत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे एवं परिवारजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें ।ॐ शान्ति – हरीश रावत , पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड
मेरी बामणी बामणी जैसे सुपरहिट गढ़वाली गाने में अपनी आवाज देने वाले उत्तराखंड के प्रसिद्ध संगीतकार, रंगकर्मी नवीन सेमवाल जी के असामयिक निधन का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ।ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों व प्रशंसकों को इस असहनीय दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति!🙏 – त्रिवेेन्द्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड
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दीपक बेंजवाल / दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल ब्यूरो- दूर चलीगे माना अब तू आसमान वे गई...उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी जी की इन पंक्तियों
के साथ पहाड़ के एक गुदगुदाते हुये लोकगायक नवीन सेमवाल को आज उनके सैकड़ों चाहते दोस्तों, फालोवर्सो और गाँववासियों ने नम आँखों से आज रुद्रप्रयाग स्थित
अलकनंदा मंदाकिनी संगम पर अंतिम विदाई दी। छोटी उम्र में संगीत जगत में अपनी खास पहचान बनाने वाले नवीन सेमवाल ने न केेेवल अपने गीत संंगीत से दिलों को छुआ
बल्कि हमेशा-हमेशा के लिए अपनी मुस्कुराती छवि को भी दिलों में बसा लिया। संगीत के साथ-साथ सबको जोड़ने और सामाजिक मुद्दों पर संजीदगी से अभिनय करके उन्होंने
जनजागरूकता भी फैलाई। केदारघाटी की संस्कृति,पर्यटन और ग्रामीण परिवेश को देश दुनिया के सामने लाने के लिए भी उन्हें हमेशा जाना जाता रहेगा। मुफलिसी और
बीमारी के बाद भी लोगो को हँसाने की उनकी जीवंटतता को सलाम।
आज उनकी अंतिम विदाई पर केदारघाटी के संगीत, कला, संस्कृति, राजनीति और पत्रकारिता जगत से जुड़े लोग भी बड़ी संख्या में जुटे। सुबह तकरीबन 9 बजे संगम तट पर उनके
14 वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी।
आपको बता दे कि लोक गायक नवीन सेमवाल विगत कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार सुबह हार्टाटेक पड़ने से उनका असमय निधन हो गया। वो अपने पीछे पत्नी, माँ, दो
लड़के और एक पुत्री को छोड़कर गये है। मूल रुप से रुद्रप्रयाग जनपद के केदार घाटी फाटा निवासी लोक गायक नवीन सेमवाल पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मंगलवार
को मात्र 44 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। नवीन सेमवाल रंगमंच के मझे कलाकार होने के साथ साथ कई गढ़वाली गानो में अपनी मधुर आवाज के चलते काफी चर्चित थे।
उन्होंने थिएटर के माध्यम से भी उत्तराखंड के देश में कई स्थानों पर अपने कार्यक्रम दिए। मेरी बामणी उनका सुपर डूपर हिट गीत था, इसके साथ ही वो उनके अनेक गीत
लोकप्रिय हुए थे। पिछले कुछ समय से शार्ट फिल्मों में अभिनय कर लोगों को गुदगुदा रहे थे। कोविडकाल में उनके द्वारा बनायी गयी शार्ट फिल्मों को जनजागरूकता के
लिए बेहद सराहा गया था।
भौतिक शरीर आज भले ही पंचतत्वों में विलीन हो गया हो लेकिन उनके गाये गीत और फिल्में हमेशा दिलों में ज़िन्दा रहेंगी।
दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल परिवार पहाड़ के अपने युवा, हरदिल अजीज लोकगायक के असमय निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
उत्तराखंड के लोकप्रिय युवा कलाकार श्री नवीन सेमवाल जी के आकस्मिक निधन का दुखद समाचार सुन मन शोक में डूब गया।भगवान स्व.नवीन सेमवाल जी की दिवगंत आत्मा को
अपने श्री चरणों में स्थान दे एवं परिवारजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें ।ॐ शान्ति - हरीश रावत , पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड
मेरी बामणी बामणी जैसे सुपरहिट गढ़वाली गाने में अपनी आवाज देने वाले उत्तराखंड के प्रसिद्ध संगीतकार, रंगकर्मी नवीन सेमवाल जी के असामयिक निधन का हृदय
विदारक समाचार प्राप्त हुआ।ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों व प्रशंसकों को इस असहनीय दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान
करें। ओम शांति!🙏 - त्रिवेेन्द्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड