दीपक बेंजवाल / अगस्त्यमुनि/ दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल - रुद्रप्रयाग जिले में फर्जी शिक्षकों का बड़ा गिरोह होने से जिले के शिक्षक समाज को जनता के बीच लगातार शर्मिन्दगी का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2021 में रुद्रप्रयाग जिले में फर्जी शिक्षकों का बड़ा गिरोह सामने आया। तब 22 अध्यापकों के खिलाफ विभाग कार्रवाई कर चुका है, जबकि 7 अन्य टीचरों की एसआईटी (विशेष जांच दल) जांच की गई। शिक्षा विभाग ने 19 अध्यापकों की सेवा समाप्त कर दी थी। इनमें एक अध्यापक की मृत्यु हो चुकी है और दो अध्यापकों को निलंबित किया गया। इसके बाद

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जिले में व्यापकता से शिक्षकों के जाँच होने लगी। वही एक बार फिर ज़िले में तैनात एलटी शिक्षक के बीएड फर्जी पाई जाने शिक्षा विभाग में बड़े फर्जीवाड़े की ओर इशारा हो रहा है। इस विषय में अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट ने रुद्रप्रयाग जिले के पठालीधार में तैनात शिक्षक गुलाब सिंह को फर्जी बीएड मामले में निलम्बित कर दिया है। वहीं, SIT Test में शिक्षक की डिग्री फर्जी पाई गई। जिसके बाद निलम्बित शिक्षक को BEO अगस्तमुनि दफ्तर से अटैच कर दिया गया है। साथ ही शिक्षक स्कूल में अपनी सेवा नहीं दे पाएगा, और रोज BEO दफ्तर में हाजरी देनी होगी। बता दें कि अपर निदेशक ने BEO अगस्तमुनि शिवलाल आर्य को पूरे मामले की विभागीय जांच कर 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वहीं, साथी शिक्षक के विरुद्ध थाना अगस्तमुनि में फर्जीवाड़ा मामले में FIR भी दर्ज की गई है। यदि विभागीय जांच में शिक्षक पर आरोप सही पाए जाते हैं तो सेवा समाप्त की कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ रुद्रप्रयाग जिले के राजकीय इंटर कॉलेज पठालीधार में तैनात हिंदी के सहायक अध्यापक गुलाब सिंह ने वर्ष 2004 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से बीएड किया था। बता दें कि शिक्षक के खिलाफ विभाग में शिकायत भी की गई। जिसके बाद शिकायत पर SIT ने 23 सितंबर 2020 में शिक्षा की बीएड डिग्री जांच के लिए संबंधित विश्वविद्यालय को प्रेषित किया था। आपको बता दें कि विश्वविद्यालय के सचिव ने अपनी टेस्ट रिपोर्ट में संबंधित शिक्षक का अनुक्रमांक और इनरोलमेंट अपने कालेज से जारी नहीं होने की बात कही। वहीं, एडी बिष्ट ने बताया कि SIT Test में प्रथमदृष्टा बीएड की अंक तालिका और प्रमाण पत्रों पर संदेह होने के साथ ही इनके फर्जी होने के चलते शिक्षक को निलंबित किया गया है। बताया कि शिक्षक ने इसी डिग्री से नियुक्ति पाई है।