लक्ष्मण सिंह नेगी / ऊखीमठ दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल ब्यूरो - केदार घाटी में विगत कई दिनों से अघोषित विद्युत कटौती होने से उपभोक्ताओं में आक्रोश बना हुआ है। अघोषित विद्युत कटौती होने से सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों का कामकाज प्रभावित होने के साथ विद्युत व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों के व्यापार पर भी खासा असर देखने को मिल रहा है। बरसात के मौसम में एक तरफ जनता भारी गर्मी से परेशान है वही दूसरी तरफ अघोषित विद्युत कटौती होने से ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। स्थानीय

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उपभोक्ताओं का कहना है कि यदि समय रहते अघोषित विद्युत कटौती बन्द नही हुई तो उपभोक्ताओं को विद्युत विभाग के खिलाफ उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा। जानकारी देते हुए कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री आनन्द सिंह रावत ने बताया कि केदार घाटी सहित विभिन्न स्थानों पर विगत कई दिनों से अघोषित विद्युत कटौती जारी रहने से विधुत व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों के कारोबार पर खासा असर देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि क्षेत्र में जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण के समय स्थानीय जनता को आस जगी थी कि जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने के साथ अघोषित विद्युत कटौती से निजात मिलेगी मगर जल विद्युत परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी अघोषित विधुत कटौती होना स्थानीय जनता के साथ छल है। स्थानीय व्यापारी विजय पंवार ने बताया कि एक तरफ बरसात की उमस से जनता का जीना दूभर हो रखा है दूसरी तरफ अघोषित विधुत कटौती होने से जनता परेशान है! महिपाल बजवाल ने बताया कि मुख्य बाजारों से लेकर ग्रामीणों क्षेत्रों तक अघोषित विधुत कटौती होने से नौनिहालो के पठन - पाठन पर खासा असर देखने को मिल रहा है! प्रधान पावजगपुडा अरविन्द रावत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अघोषित विधुत कटौती होने से ग्रामीणों में विधुत विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है जो कि कभी भी सड़कों पर फूट सकता है।