उदीयमान खिलाड़ी योजना : मौसम की मार से लगा सवालिया निशान , 25 में से 5 विद्यालय ही पहुंचे
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03/08/20223:11 pm
हरीश गुसाईं / अगस्त्यमुनि।
दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के लिए चयन प्रक्रिया के पहले ही चरण पर मौसम की ऐसी मार पड़ी कि योजना के तहत न्याय पंचायत स्तर पर होने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा उदीयमान खिलाड़ियों के लिए तरस गई। न्याय पंचायत अगस्त्यमुनि के लगभग 25 विद्यालयों में से केवल पांच ही विद्यालयों के 30 छात्र छात्राओं ने ही प्रतिभाग किया। बालिका वर्ग में तो केवल एक ही बालिका ने प्रतिभाग किया। बरसात का मौसम, ब्रान्च रूट की सड़कें बन्द, पैदल रास्तों की बुरी दशा तथा भूस्खलन के खतरों ने कई नौनिहालों को इस योजना से बहुत दूर कर दिया। सरकार की एक अच्छी योजना पर गलत समय पर आयोजित दक्षता परीक्षा ने सवालिया निशान लगा दिया।
दरअसल उत्तराखण्ड सरकार ने उदीयमान खिलाड़ियों के लिए खेल छात्र वृति हेतु मुख्यमंन्त्री खिलाड़ी उन्नयन योजना की घोषणा की है। जिसके अन्तर्गत 8 से 14 वर्ष के उदीयमान खिलाड़ियों को छः आयु वर्गों में यह छात्रवृति देने की घोषणा की है। प्रत्येक जिले से इस योजना के तहत प्रत्येक आयु वर्ग में 25 बालक एवं 25 बालिकाओं को 15 सौ रू0 प्रतिमाह खेल छात्र वृति दी जानी है। योजना में छात्र वृति चाहने वाले छात्र छात्राओं को एक शारीरिक दक्षता परीक्षा देनी होगी। दक्षता परीक्षा में छात्र छात्रा को एक किग्रा मेडिसिन बॉल थ्रो, फॉरवर्ड बेण्ड रीच, 30 मी फ्लाइंग रन, 6 गुणा 10मी शटल रन, 600 मी दौड़, स्टैडिंग ब्रॉड जम्प करना होगा। जिसमें दूरी व समय के अनुसार अंक निर्धारित किए गये हैं। अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी तथा हर आयु वर्ग में टॉप 25 छात्र एवं छात्रा को खेल छात्रवृति हेतु पात्र माना जायेगा। योजना में चयन हेतु पहले न्यायपंचायत स्तर पर शारीरिक दक्षता परभ्खा आयोजित होगी, जिसके बाद ब्लॉक एवं जनपद स्तरीय परीक्षा का आयोजन किया जायेगा।
योजना के प्रथम चरण में आज अगस्त्यमुनि न्याय पंचायत के छात्र छात्राओं की शारीरिक दक्षता परीक्षा सम्पन्न हुई खेल मैदान अगस्त्यमुनि में हुई दक्षता परीक्षा में न्याय पंचायत के लगभग 25 विद्यालयों (3 इण्टर, एक हाईस्कूल, 6 जूनियर तथा 15 प्रावि) में से केवल पांच ही विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभाग किया। बरसात का मौसम होने के कारण सभी शाखा माटर मार्गों के बन्द होने तथा पैदल रास्तों की बुरी दशा ने अधिकांश उदीयमान खिलाड़ियों के कदमों को रोक दिया। ऐसी दशा में अभिभावकों ने भी खतरा मोल न लेने का निर्णय लिया। ब्लॉक क्रीड़ा समन्वयक शिवसिंह नेगी ने बताया कि न्याय पंचायत अगस्त्यमुनि की शारीरिक दक्षता परीक्षा में पांच विद्यालयों के 30 छात्रों ने प्रतिभाग किया। पूरी न्याय पंचायत से केवल एक ही छात्रा ने प्रतिभाग किया। जिसमें से 12 छात्रों एवं एक छात्रा का ब्लॉक स्तरीय शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु चयन किया गया। शारीरिक दक्षता परीक्षा को सम्पन्न कराने में व्यायाम शिक्षक योगम्बर कण्डारी, गयासुद्दीन सिद्धिकी, पंकज बुटोला, मस्तान सिंह, खेल विभाग के प्रशिक्षक मनोज चौहान एवं अरविन्द चौहान मौजूद थे। वहीं शारीरिक दक्षता परीक्षा से वंचित रहे छात्रों के अभिभावकों ने ऐसे मौसम में, जब पहाड़ पर हर जगह बारिस एवं भूस्खलन का कहर बरपा हुआ है, खेल छात्रवृति हेतु शारीरिक दक्षता परीक्षा कराने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सरासर पहाड़ी क्षेत्रों के उदीयमान खिलाड़ियों को योजना से दूर रखने की साजिस है।
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उदीयमान खिलाड़ी योजना : मौसम की मार से लगा सवालिया निशान , 25 में से 5 विद्यालय ही पहुंचे
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हरीश गुसाईं / अगस्त्यमुनि।
दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के लिए चयन प्रक्रिया के पहले ही चरण पर मौसम की ऐसी मार पड़ी कि योजना के तहत न्याय
पंचायत स्तर पर होने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा उदीयमान खिलाड़ियों के लिए तरस गई। न्याय पंचायत अगस्त्यमुनि के लगभग 25 विद्यालयों में से केवल पांच ही
विद्यालयों के 30 छात्र छात्राओं ने ही प्रतिभाग किया। बालिका वर्ग में तो केवल एक ही बालिका ने प्रतिभाग किया। बरसात का मौसम, ब्रान्च रूट की सड़कें बन्द, पैदल
रास्तों की बुरी दशा तथा भूस्खलन के खतरों ने कई नौनिहालों को इस योजना से बहुत दूर कर दिया। सरकार की एक अच्छी योजना पर गलत समय पर आयोजित दक्षता परीक्षा ने
सवालिया निशान लगा दिया।
दरअसल उत्तराखण्ड सरकार ने उदीयमान खिलाड़ियों के लिए खेल छात्र वृति हेतु मुख्यमंन्त्री खिलाड़ी उन्नयन योजना की घोषणा की है। जिसके अन्तर्गत 8 से 14 वर्ष के
उदीयमान खिलाड़ियों को छः आयु वर्गों में यह छात्रवृति देने की घोषणा की है। प्रत्येक जिले से इस योजना के तहत प्रत्येक आयु वर्ग में 25 बालक एवं 25 बालिकाओं को 15
सौ रू0 प्रतिमाह खेल छात्र वृति दी जानी है। योजना में छात्र वृति चाहने वाले छात्र छात्राओं को एक शारीरिक दक्षता परीक्षा देनी होगी। दक्षता परीक्षा में
छात्र छात्रा को एक किग्रा मेडिसिन बॉल थ्रो, फॉरवर्ड बेण्ड रीच, 30 मी फ्लाइंग रन, 6 गुणा 10मी शटल रन, 600 मी दौड़, स्टैडिंग ब्रॉड जम्प करना होगा। जिसमें दूरी व समय
के अनुसार अंक निर्धारित किए गये हैं। अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी तथा हर आयु वर्ग में टॉप 25 छात्र एवं छात्रा को खेल छात्रवृति हेतु पात्र माना
जायेगा। योजना में चयन हेतु पहले न्यायपंचायत स्तर पर शारीरिक दक्षता परभ्खा आयोजित होगी, जिसके बाद ब्लॉक एवं जनपद स्तरीय परीक्षा का आयोजन किया जायेगा।
योजना के प्रथम चरण में आज अगस्त्यमुनि न्याय पंचायत के छात्र छात्राओं की शारीरिक दक्षता परीक्षा सम्पन्न हुई खेल मैदान अगस्त्यमुनि में हुई दक्षता
परीक्षा में न्याय पंचायत के लगभग 25 विद्यालयों (3 इण्टर, एक हाईस्कूल, 6 जूनियर तथा 15 प्रावि) में से केवल पांच ही विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभाग किया।
बरसात का मौसम होने के कारण सभी शाखा माटर मार्गों के बन्द होने तथा पैदल रास्तों की बुरी दशा ने अधिकांश उदीयमान खिलाड़ियों के कदमों को रोक दिया। ऐसी दशा में
अभिभावकों ने भी खतरा मोल न लेने का निर्णय लिया। ब्लॉक क्रीड़ा समन्वयक शिवसिंह नेगी ने बताया कि न्याय पंचायत अगस्त्यमुनि की शारीरिक दक्षता परीक्षा में
पांच विद्यालयों के 30 छात्रों ने प्रतिभाग किया। पूरी न्याय पंचायत से केवल एक ही छात्रा ने प्रतिभाग किया। जिसमें से 12 छात्रों एवं एक छात्रा का ब्लॉक
स्तरीय शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु चयन किया गया। शारीरिक दक्षता परीक्षा को सम्पन्न कराने में व्यायाम शिक्षक योगम्बर कण्डारी, गयासुद्दीन सिद्धिकी,
पंकज बुटोला, मस्तान सिंह, खेल विभाग के प्रशिक्षक मनोज चौहान एवं अरविन्द चौहान मौजूद थे। वहीं शारीरिक दक्षता परीक्षा से वंचित रहे छात्रों के अभिभावकों
ने ऐसे मौसम में, जब पहाड़ पर हर जगह बारिस एवं भूस्खलन का कहर बरपा हुआ है, खेल छात्रवृति हेतु शारीरिक दक्षता परीक्षा कराने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने आरोप
लगाया है कि यह सरासर पहाड़ी क्षेत्रों के उदीयमान खिलाड़ियों को योजना से दूर रखने की साजिस है।