दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो / अगस्त्यमुनि।। - बेंजी ग्राम के प्रखर विद्वान तथा श्री तुंगनाथ मन्दिर फलासी के गुरू ब्राह्मण और लिख्वार पं0 महिमानन्द बेंजवाल (95) के आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। वे कई दिनों से बीमार चल रहे थे। वे अपने पीछे चार पुत्रों तथा दो पुत्रियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गये। उनके पैत्रिक घाट पर उनका विघि विधान से अन्तिम संस्कार किया गया। जहां उनके चारों पुत्रों हरीश, भगवती, जगदम्बा एवं वेदप्रकाश ने उन्हे मुखाग्नि दी। सरल, सहज और विनम्रता की प्रतिमूर्ति पं. महिमा नंद बेंजवाल जिनमें श्री तुंगनाथ मंदिर फलासी के पंचकोटी गांव अपने इष्ट तुंगनाथ का साकार भाव देखते थे और पूरी श्रद्धा से उनके एक एक वचन को ब्रह्म वाक्य मानकर श्रद्धावत स्वीकार करते थे ऐसे युगऋषि के अचानक देवलोक को प्रस्थान करने से सभी सत्ब्ध रह गये। जीवन की

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सादगी और वसुधैव कुटुंबकम् की लोककल्याणकारी भावना के साथ वो सदैव सम्मान से जिए। श्री तुंगनाथ मंदिर फलासी के गुरु ब्राह्मण, लिख्वार होने के साथ श्री तुंगनाथ पंचकोटी क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक गांवों के वो कुलपुरोहित भी थे। अपनी सरल, सहज और इमानदारी छवि के कारण ग्राम पंचायत बेंजी में वो दस साल तक निर्विरोध प्रधान भी रहे। उनके निधन पर श्री तुंगनाथ मंदिर समिति फलासी अध्यक्ष मानविरेन्द्र सिंह बर्त्वाल, पूर्ण सिंह खत्री सचिव, यशवंत सिंह नेगी कोषाध्यक्ष, पुजारी सुभाष भट्ट, संगी प्रसाद, मठपति श्री अगस्त्यमुनि मंदिर अनसुया प्रसाद बेंजवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, विधायक रूद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, एडवोकेट संजय शर्मा दरमोड़ा, एडवोकेट जयवर्धन कांडपाल, नगर पंचायत अध्यक्ष अगस्त्यमुनि अरूणा बेंजवाल, पूर्व कनिष्ठ प्रमुख रमेश बेंजवाल, सभासद सिल्ली वार्ड उमा प्रसाद भट्ट, सभासद नाकोट दिनेश बेंजवाल समेत बावई, सौड़ भट्टगांव, बोरा, फलासी, मलाऊ, चोपता, जाखणी, उर्खाेली, बेनी, तड़ाग, कुंडा दानकोट, कोल्लू भोन्नू, खाली, खोली, डांगी, गुनाह, चौंड के ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि व्यक्त की है।