रांस माई को ब्रह्म कमल अर्पित करने के साथ हुआ रांसी गांव में पौराणिक जागरों का समापन
1 min read18/09/2022 4:28 pm
लक्ष्मण सिंह नेगी / ऊखीमठ।
दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो – मदमहेश्वर घाटी के ग्रामीणों की अराध्य देवी व रासी गाँव में विराजमान भगवती राकेश्वरी के मन्दिर में दो माह तक चलने वाले पौराणिक जागरो का समापन भगवती राकेश्वरी को ब्रह्म कमल अर्पित करने के साथ हो गया है! पौराणिक जागरो के समापन पर मदमहेश्वर घाटी के विभिन्न गांवों के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवती राकेश्वरी को ब्रह्म कमल अर्पित कर विश्व समृद्धि की कामना की! जबकि पौराणिक जागरो के समापन अवसर पर महिलाओं व नौनिहालों ने विभिन्न धार्मिक प्रस्तुतियां दी जिससे मदमहेश्वर घाटी का वातावरण भक्तिमय बना रहा! भगवती राकेश्वरी के मन्दिर में दो माह तक चलने वाले पौराणिक जागरो के गायन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले ग्रामीणों को ऊखीमठ की सामाजिक संस्था पंच केदार दर्शन द्वारा सम्मानित किया गया! जानकारी देते हुए राकेश्वरी मन्दिर समिति अध्यक्ष जगत सिंह पंवार ने बताया कि भगवती राकेश्वरी के मन्दिर में श्रावण मास की संक्रांति के पावन अवसर पर पौराणिक जागरो का शुभारंभ होता है तथा प्रतिदिन सांय 7 बजे से 8 बजे तक पौराणिक जागरो के माध्यम से 33 कोटि देवी – देवताओं का आवाहन करने के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का गुणगान किया जाता है तथा दो गते आश्विन को भगवती राकेश्वरी को ब्रह्म कमल अर्पित करने के साथ पौराणिक जागरो का समापन होता है! उन्होंने बताया कि भगवती राकेश्वरी को अर्पित होने वाले ब्रह्म कमल लगभग 14 हजार फीट की ऊंचाई से लाये जाते है तथा ब्रह्म कमल लाने के लिए कई पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन करना पड़ता है! पौराणिक जागरो के समापन अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के प्रतिनिधि नगर पंचायत अध्यक्ष केदारनाथ देव प्रकाश सेमवाल ने कहा कि पौराणिक जागरो का गायन हमारी युगों पूर्व की परम्परा है भविष्य में पौराणिक जागरो के गायन को जीवित रखने के लिए सामूहिक पहल की जायेगी! विशिष्ट अतिथि प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत ने कहा कि मदमहेश्वर घाटी के रासी गाँव में पौराणिक जागरो के गायन की परम्परा जीवित है जो कि सराहनीय पहल है! भाजपा महिला मोर्चा जिला महामंत्री सुमन जमलोकी ने कहा कि परम्परायें घटती – बढ़ती है मगर संस्कृति समान रहती है इसलिए संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए सामूहिक पहल होने चाहिए! कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधान कुन्ती नेगी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया! कार्यक्रम का संचालन पूर्व प्रधान राकेश नेगी व प्रकाश रावत ने सयुक्त रुप से किया! इस मौके पर प्रधान पाली सरूणा प्रेमलता पन्त, प्रधान गैड राजेश्वरी देवी, मनसूना देवेन्द्र पंवार, बुरुवा सरोज भटट्, राऊंलैक कमलेन्द्र नेगी, उनियाणा महावीर पंवार, गौण्डार बीर सिंह पंवार, शिक्षाविद भगवती प्रसाद भटट्, रवीन्द्र भटट्, भाजपा मण्डल अध्यक्ष गजपाल रावत, शिव सिंह रावत, कुवर सिंह नेगी, मदमहेश्वर घाटी विकास मंच पूर्व अध्यक्ष मदन भटट्, जीवन्ती खोयाल, जीतपाल पंवार, हरेन्द्र खोयाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष गीता पंवार, दीपक खोयाल, कुवर सिंह रावत, भगत सिंह बिष्ट, दलीप रावत, प्रताप सिंह चौहान, प्रकाश पंवार सहित विभिन्न गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु, जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।
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