हरीश गुसाईं / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो। मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवन्त सिंह चौधरी के अधिवर्षता आयु पूर्ण होने के बाद सेवा निवृत होने पर जनपद रूद्रप्रयाग के सभीशासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों, प्रधानाध्यापिकाओं एवं शिक्षकों ने भावभीनी विदाई दी। अउराइका अगस्त्यमुनि में एक भव्य समारोह में उन्हें विदाई देते हुए नपं अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल ने कहा कि उनकी सेवानिवृति होने पर जनपद को एक कुशल एवं कर्मठ अधिकारी की कमी खलेगी। वहीं

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विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने उनके साथ बिताये समय का उल्लेख करते हुए कहा कि वे एक कुशल प्रशासक, कर्मठ अधिकारी एवं सौम्य स्वभाव के व्यक्ति रहे हैं। उनकी सेवानिृवति से विभाग को एक अभिभावक की कमी खलेगी। जिला शिक्षा अधिकारी (प्राशि) नागेन्द्र बर्त्वाल ने कहा कि जब भी उन्हें कोई समस्या का सामना करना पड़ा उसका समाधान श्री चौधरी जी के पास हर समय मौजूद रहा। खण्ड शिक्षा अधिकारी वाईएस रावत ने कहा कि उनकी प्रशासनिक पकड़ एवं त्वरित निर्णय की क्षमता के कारण उनका नाम प्रदेश में अच्छे अधिकारी के तौर पर लिया जाता रहा है। अपनी सेवानिवृति पर दी जाने वाली विदाई पार्टी से गद्गद श्री चौधरी ने सभी का आभार जताया। कहा कि उन्हें जनपद में सभी प्रधानाचार्यों, शिक्षकों एवं अधिकारियों का पूरा सहयोग मिला। इसी का परिणाम है कि जनपद ने बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम दिए। इण्टरमीडिएट परीक्षा परिणामों में तो जनपद पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा जबकि हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में चौथे स्थान पर रहा। उन्होंने इस सहयोग के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि विकट परिस्थितियों के बाबजूद उन्होंने जनपद में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने में सहयोग किया। संचालन विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता सच्चिदानन्द सेमवाल ने किया। इस अवसर पर अउराइका के प्रधानाचार्य हरेन्द्र बिष्ट, राइका चन्द्रनगर के प्रधानाचार्य सुरेन्द्र सिंह रावत, राबाइका की प्रधानाचार्या रागनी नेगी, मीना झिंक्वाण, ओमप्रकाश सेमवाल, लक्ष्मी दत्त भट्ट, शिवलाल आर्य, जगदीप बिष्ट, रवीन्द्र पंवार, धीरसिंह नेगी, लक्ष्मी रावत, माहेश्वरी रावत, हरिपाल कण्डारी, कुसुम भट्ट सहित जनपद के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक शिक्षिकाऐं मौजूद रही।