हरीश गुसाई  /अगस्त्यमुनि।  सहारा न्यूज ब्यूरो। अउराइका अगस्त्यमुनि में सीमान्त पर्वतीय बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया। ब्लॉक स्तरीय इस महोत्सव में अगस्त्यमुनि ब्लॉक के 30 से अधिक विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। महोत्सव में विज्ञान के विभिन्न विषयों में प्रतियोगितायें आयोजित की गई। जिसमें विजेता छात्र छात्राओं को जनपद स्तरीय महोत्सव में प्रतिभाग करने का अवसर मिलेगा। अउराइका अगस्त्यमुनि में महोत्सव का शुभारम्भ करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य हरेन्द्र सिंह बिष्ट

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ने कहा कि बच्चों में जिज्ञासा उत्पन्न करने, उनकी रचनात्मकता को उजागर करने एवं उनकी कल्पना को साकार करने के लिए बाल विज्ञान कांग्रेस महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस बार मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी जी के निर्देश पर सीमान्तपर्वतीय जिलों केलिए यह अलग से आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव के जिला समन्वयक महावीर सिंह रावत ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव में स्थानीय पारम्परिक ज्ञानप्रणाली के आधार पर पोस्टर प्रतियोगिता, पर्यावरण संरक्षण एवं जागरूकता पर नाटक प्रतियोगिता, विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, हिन्दी, अंग्रेजी व स्थानीय भाषा में विज्ञान से सम्बन्धित कविताओं की प्रतियोगिता कराई जा रही हैं। जिसमें विजेता प्रतिभागी जिला स्तरीय महोत्सव में भाग लेंगे। जो 16 नवम्बर को राबाइका अगस्त्यमुनि में आयोजित की जायेगी। संचालन ब्लॉक समन्वयक कुसुम भट्ट ने किया। प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग की अंग्रेजी कविता पाठ में राइका मणिपुर की मधु प्रथम, चिए के हिमांक राणा द्वितीय तथा अनूप मेमोरियल के अनुज तृतीय स्थान पर रहे। हिन्दी कविता में राबाइका अगस्तयमुनि की तनिष्का प्रथम, अउराइका अगस्त्यमुनि की प्रिया मलासी द्वितीय तथा राइका कण्डारा के रोहिततृतीय स्थान पर रहे। जूनियर वर्ग में हिन्दी कविता में राइका मणिपुर के हैप्पी प्रथम, कण्डारा के अनिरूद्ध द्वितीय तथा अनूप मेमोरियल के अंश वर्मा तृतीय स्थान पररहे। हिन्दी कविता में अनूप मेमोरियल के आराध्य भट्ट प्रथम तथा मणिपुर की मेघा द्वितीय स्थान पर रही। विज्ञानप्रश्नोत्तरी के जूनियर वर्ग में अनूप मेमोरियल के ख्याति सेमवाल, क्रिष पंवार तथा प्रखर रावत प्रथम स्थान पररहे। जबकि सीनियर वर्ग में राइका मणिपुर के कु0 मधु, अजय एवं कु0 पिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिताओं को समपन्न कराने में जिला अकादमिक सतन्वयक लक्ष्मी रावत, जिला सह संयोजक रवीन्द्र पंवार, शान्ति गुसाईं, विमल नेगी, भूपेन्द्र राणा, बद्री प्रसा पुरोहित आदि मार्गदर्शक शिक्षकों का सहयोग रहा।