लोकगायक धर्मू सूरदास ऊखीमठ के नजदीक पहाड़ी से गिरकर हुए चोटिल, भीरी में चल रहा उपचार
1 min read27/11/2022 8:58 pm
दीपक बेंजवाल / अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड न्यूज- मंदाकिनी घाटी में लोक संगीत की मधुर धुन बिखरने वाले धर्मू सूरदास ऊखीमठ के नजदीक भारत सेवा आश्रम के पास खाई में गिर गए है। गनीमत ये थी कि खाई में गिरे धर्मू सूरदास को वहाँ से गुजर रहे स्थानीय लोगों ने देख लिया। जिन्होंने इसकी सूचना तत्काल थाना ऊखीमठ को दी। सूचना पर थानाध्यक्ष ऊखीमठ राजीव चौहान अधीनस्थ पुलिस बल वहां पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों के साथ घायल सूरदास तक पहुंचा। खाई में गिरने के कारण उन्हें काफी चोटें आयी हैं। उन तक पहुंचे पुलिस एवं स्थानीय लोगों द्वारा कुशलक्षेम पूछते हुए उनको पीने हेतु पानी दिया गया। तदोपरान्त इनको सकुशल ऊपर सड़क तक लाया गया। इनको प्राथमिक उपचार देने के उपरान्त 108 सेवा के माध्यम से स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि भिजवाया गया है। लेकिन इनके भाई द्वारा इन्हें भीरी में उपचार करने की जानकारी मिली है।
Advertisement

Advertisement

घायल लोकगायक धर्म सिंह पुत्र श्री सूरवीर सिंह अगस्त्यमुनि ब्लाक के बड़ेथ में रहते है। ये ऑखों से अन्धे हैं तथा इनको स्थानीय लोग सूरदास के नाम से जानते हैं। गीत गाकर गुजर बसर करने वाले धर्मू साण जग्गी कैसेट समेत कई गीतों को अपना सुर दे चुके है। अंधे होने के बाद भी पलबर में वो किसी भी विषय पर गाने बनाने में वो सिद्धहस्त है। जनपद रुद्रप्रयाग के अधिकांश लोग इन्हें भली भांति पहचानते हैं, इसका कारण यह है कि भले ही ये आंखों से अन्धे हैं, परन्तु इनके अन्दर प्राकृतिक रूप से अलग-अलग थाप एवं धुन के साथ गाने की अप्रतिम कला है। जो कोई भी इनको जानता एवं पहचानता होगा निश्चित ही इनके सुमधुर कण्ठ की अवश्य प्रशंसा करता है। रूद्रप्रयाग में मौजूद उनको चाहने वाले इस दुर्घटना से काफी आहत है और उनके जल्द से जल्द ठीक होने की प्रार्थना करते है।
Read Also This:
खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
जो करता है एक लोकतंत्र का निर्माण।
यह है वह वस्तु जो लोकतंत्र को जीवन देती नवीन
लोकगायक धर्मू सूरदास ऊखीमठ के नजदीक पहाड़ी से गिरकर हुए चोटिल, भीरी में चल रहा उपचार
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129









