धनेश कोठारी / ऋषिकेश  ऋषिकेश स्थित प्रचार और जनसंपर्क कार्यालय को बंद किए जाने पर भूमि दानकर्ता संस्था भरत मंदिर ट्रस्ट (Bharat Mandir Trust) ने बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) को कानूनी नोटिस जारी किया है। ट्रस्ट के महंत वत्सल शर्मा ने कहा कि उक्त भूमि का किसी भी स्तर पर दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।

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भरत मंदिर ट्रस्ट के महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा (Mahant Vatsal Prapann Sharma) ने बताया कि ट्रस्ट ने मंदिर समिति को प्रचार व जनसंपर्क कार्यालय के लिए भूमि दान दी हुई है। ताकि चारधाम यात्रा के पहले पड़ाव ऋषिकेश में श्रद्धालुओं को यात्रा से पूर्व जरूरी मार्गदर्शन और चारों धाम का प्रचार प्रसार हो सके। समिति को चाहिए था कि इस ऑफिस को अपडेट करे, न कि उसे बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि धार्मिक संस्थाएं स्वयं को सेवाभाव से जोड़कर रखें, न कि धरोहरों और दान भूमि में अनावश्यक बदलाव करें। ट्रस्ट चंद्रभागा स्थित प्रचार कार्यालय की भूमि पर विश्राम स्थल, पुस्तकालय और प्याऊ स्थापित करने को तैयार है। इसके मनमाफिक उपयोग को किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उधर, प्रचार जनसंपर्क कार्यालय बंद करने के मामले में भरत मंदिर ट्रस्ट की कार्यवाही का विभिन्न संस्थाओं से जुड़े लोगों ने स्वागत किया है। जिनमें डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष विनोद डिमरी, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, तीर्थ पुरोहित समिति ऋषिकेश के अध्यक्ष विनय सारस्वत, बीकेटीसी के पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, दिनकर बाबुलकर आदि शामिल हैं।