दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज  - उत्तराखंड के जनपदों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलाधिकारियों को उत्तराखण्ड शासन द्वारा “उत्कृष्ट जिलाधिकारी पुरस्कार, 2022 ” प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया है। जिसके लिए पांच जिलाधिकारियों को चयनित किया गया है। जिसमें रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित समेत जिलाधकारी नैनीताल धीराज गर्व्याल, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे,जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना को उत्कृष्ट

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जिलाधिकारी पुरस्कार, 2022 ” प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार दिनांक 25 दिसम्बर, 2022 को प्रातः 11:00 बजे राजभवन ऑडिटोरियम, राजभवन, देहरादून में महामहिम राज्यपाल के कर कमलों द्वारा प्रदान किया जाना प्रस्तावित है। विकासोन्मुख सोच के साथ ईमानदार और निष्पक्ष छवि वाले आईएएस मयूर दीक्षित को अप्रैल 2022 में रूद्रप्रयाग जिले का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। मयूर दीक्षित 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने भारतीय सिविल सेवा परीक्षा 2012 में ग्यारहवां स्थान प्राप्त किया था, इससे पहले उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। बता दें कि रूद्रप्रयाग से पहले आईएएस मयूर दीक्षित उत्तरकाशी जिले के जिलाधिकारी पद पर नियुक्त थे। उत्तरकाशी जिले में भी उनका कार्यकाल सराहनीय रहा है।उत्तरकाशी से पूर्व वो उधमसिंह नगर जिले के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर आसीन रहे। इस पद पर अपने करीब डेढ़ वर्ष के कार्यकाल के दौरान उनका फोकस सदैव जिले में चल रहे विकास कार्यों को गति देने में रहा। यह उनकी विकासोन्मुख प्रवृत्ति का ही परिणाम था कि इस दौरान जिले को मनरेगा के क्षेत्र में क‌ई पुरस्कार प्राप्त हुए। सबसे खास बात तो यह है कि जल संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र में इनोवेशन पहल के लिए आईएएस मयूर दीक्षित को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। रुद्रप्रयाग में भी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की कार्यशैली लोगों को मुरीद बनाती रही। हाल ही में अधिकारियों के साथ एक बस में सवार होकर डीएम मयूर दीक्षित मनसूना के बहुद्देश्यीय शिविर में शामिल हुए। जिलाधिकारी की इस अभिनव पहल से जहां समय और सरकारी धन की बचत हुई वहीं, शिविर में विभागी अधिकारी भी साथ-साथ पहुंचे। उन्हें ऐसे देख लोग भी हैरान रह गए। मयूर दीक्षित जितने तेजतर्रार हैं और जितने शानदार तरीके से कार्य करते हैं उतने ही जमीन से भी जुड़े हुए भी है। जहां एक ओर सत्ता में आने के बाद कई अधिकारी एवं नेता सादगी को त्याग देते हैं और ऐशों आराम की।जिंदगी की आदत डाल देते हैं वहीं दूसरी ओर एक पूरे जिले का कार्यभार संभालने वाले डीएम मयूर दीक्षित की जीवन शैली के लोग मुरीद बन गए हैं।