दीपक बेंजवाल । अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज- स्कन्द घाटी की आराध्य माँ भगवती पद्मावती महायज्ञ देवरा के लिए अपने नेजा निशाणों के साथ माघ शुक्ल प्रतिपदा को धार तोन्दला गाँव स्थित अपने मंदिर से बाहर निकलेगी।

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माँ पद्मावती मंदिर समिति अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत और ग्राम प्रधान देवेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि 3 फरवरी से 12 फरवरी तक माँ पद्मावती का विशाल महायज्ञ होना है जिसके लिए 22 जनवरी को प्रातः माँ की चल विग्रह उत्सव डोली और नेजा निशाणों को विधिवत पूजा अर्चना उपरांत गर्भगृह से बाहर निकाला जाएगा। इस दिन माता का रात्रि-विश्राम धार गाँव में होगा। 23 जनवरी को रोटला, तलसारी होते हुऐ जगोठ में रात्रि-विश्राम होगा। 24 को नंदादेवी होते हुए बाँजगड्डू, जहंगी रात्रि-विश्राम पिल्लू, 25 को गुगली, कलाकोट, कुणजेटी होते हुऐ रात्रि-विश्राम ककोला, 26 को कोटेश्वर तीर्थ स्नान के बाद देवी अगस्त्यमुनि में मुनि महाराज से भेंट करने पहुँचेगी। 27 को अगस्त्यमुनि भ्रमण के पश्चात रात्रि-विश्राम गवनीगाँव, 29 को बुटोलगाँव रात्रि-विश्राम शीशी, 30 को अमरतोणा, चढ्खण्डी, बगड़धार होते हुए रात्रि-विश्राम काण्डा, 31 को क्वीराली, गणेशनगर, धरगढ़, सिरवाली होते हुए रात्रि-विश्राम पल्या तोन्दला, 1 फरवरी को सिलोखा, लम्छवाणी, पीना, कमलेश, डुमक का भ्रमण करेगी। 3 फरवरी को हल्दीहाथ, सरलीकरण, कुण्डगज, पंचांग-भद्र पूजन, देवता आवाहन, प्राण प्रतिष्ठा, अग्निस्थापन पूजन के साथ महायज्ञ प्रारंभ होगा। 10 फरवरी भव्य जलयात्रा, 11 को पूर्णाहुति और 12 फरवरी को ब्रह्मभोज के साथ महायज्ञ विधिवत संपन्न होगा।