दस्तक पहाड न्यूज । रूद्रप्रयाग  रतूड़ा । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रूद्रप्रयाग में मुख्य शिक्षा अधिकारी/प्राचार्य डायट के निर्देशन और डायट प्रवक्ता डॉ० विनोद कुमार यादव के संयोजन में एलाइंस फॉर साइन्स नई दिल्ली के सहयोग से चल रहे पाँच दिवसीय विज्ञान कौथीग के दूसरे दिन मुख्य सन्दर्भदाता आशुतोष उपाध्याय ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए मानव के क्रमिक विकास के इतिहास पर बात करते हुए कहा कि जीव-जन्तु का सामाजिक होना उसकी जैविक आवश्यकता है। जब भी कोई जीव-जन्तु एकल रूप

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से रहना प्रारंभ करता है तो वह बहुत जादा दिनों (समय) तक जीवित नहीं रहता। उन्होंने मानव के विकास के क्रम में उसके चौपाये से दोपाये बनने तक की प्रक्रिया के दौरान आनुवांशिक रूप से होने वाले परिवर्तनों की यात्रा भी साझा की। एन सी ई आर टी के कक्षा 6 से 10 तक के विज्ञान पाठ्यक्रम पर आधारित शिक्षण अधिगम सामग्री निर्माण की इस कार्यशाला में शिक्षक टी एल एम निर्माण के तौर तरीकों को सीखते हुए एक दूसरे के साथ साझा कर रहे हैं। इसके लिए जिले भर के चुनिंदा 14 विद्यालयों के शिक्षक एक दूसरे को अपने हुनर से भी परिचित करा रहे हैं। दूसरे दिन पर शिक्षकों ने एलायंस फॉर साइंस के सन्दर्भ दाता आशुतोष उपाध्याय और आशीष काण्डपाल के निर्देशन में सौर परिवार की संरचना, पृथ्वी के परिक्रमण और परिभ्रमण से ब्रह्माण्ड में ग्रह और तारों की स्थिति में दिखने वाले परिवर्तन, चुम्बकीय ट्रान्सफार्मर से विद्युत पैदा करना, आँख की कार्य प्रणाली, समान्तर क्रम, श्रेणी क्रम विद्युत परिपथ, मानव कंकाल तन्त्र, हृदय की कार्य प्रणाली के कार्यकारी मॉडल सहित दो दर्जन से अधिक मॉडल बनाना सीखे। कार्यशाला में डायट रतूड़ा के प्रवक्ता विजय चौधरी, रा०उ०प्रा०वि० डाँगी गुनाऊँ के अध्यापक हेमंत चौकियाल, रा०इ०का० पौंठी के पीयूष शर्मा, रा०उ०मा०वि०पाला कुराली के अश्वनी गौड़, रा0उ0प्रा0वि0 छिनका के आनंद प्रकाश मखनवाल, रा०बा०इ०का० रूद्रप्रयाग अंजना रावत, रा०इ०का० कमसाल शान्ति गुसाईं, रा0उ0प्रा0वि0 कुणजेठी कल्पेश्वर शुक्ला, रा०इ०का० चमकोट माधुरी, रा०उ०मा०वि०पूलन बाँगर पारकेश सिंह, रा०इ०का० कोट बाँगर महिपाल फर्स्वाण, रा०इ०का० पलद्वाड़ी विक्रम नेगी,रा०क०उ०प्रा०वि० रतूड़ा रतूड़ा रणवीर सिंधवाल, रा०इ०का० लमगौण्डी प्रकाश सिंह, रा०उ०प्रा०वि० देवली भणीग्राम सुरेन्द्र सिंह राणा उपस्थित थे।