हल्का हुआ पहाड़ी महिलाओं के पीठ और कंधों का बोझ, अब आया बाजार में LPG कंपोजिट सिलेंडर
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08/02/20238:43 pm
अनसूया प्रसाद मलासी । अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड न्यूज- इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि.(भारतीय तेल निगम) की सहायक कंपनी इंडेन ने परंपरागत घरेलू गैस सिलेंडर के बजाय अब बदलते दौर के हिसाब से स्मार्ट किचन के लिए एलपीजी कंपोजिट सिलेंडर (Composite Cylinder) बाजार में उतारा है। इसकी खूबियों को देखते हुए उपभोक्ताओं द्वारा इसे हाथों-हाथ लिया जा रहा है।
आनंद इंडेन गैस एजेंसी अगस्त्यमुनि (रुद्रप्रयाग) के प्रबंधक रोबिन चौधरी ने बताया कि अभी तक 40 कंपोजिट सिलेंडर उपभोक्ता ले गये हैं। इस सिलेंडर की खासियत यह है कि इसमें घटतोली की समस्या नहीं होगी और न ही इसको ले जाते वक्त तौलने की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि पारदर्शी सिलेंडर होने के कारण इसमें गैस कितनी है? मात्रा बाहर से ही दिख जाएगी और घर में गैस कब खत्म हो रही है या कितनी रह गई है, यह भी पता चलता रहेगा। इसलिए जब सिलेंडर पूरा खाली हो जाएगा, तब ही लोग इसको भरने के लिए लाएंगे।
सिलेंडर फटकर दुर्घटना होने पर लगेगी रोक
इस सिलेंडर का फायदा यह भी है कि लोहे के सिलेंडर में अक्सर ब्लास्ट की शिकायतें आती हैं। यह कंपोजिट सिलेंडर फाइबर प्रोटेक्शन कवर का बना होने के कारण इसमें ब्लास्ट की शिकायत नहीं आएगी। इसके लिए उपभोक्ताओं के चूल्हे, रेगुलेटर और पाइप को चेक करके जो खराब हैं, उन्हें बदलने का अभियान शुरू कर दिया गया है। इसका उद्देश्य दुर्घटना को कम करना है।
ढुलान के पैसे की होगी बचत
तीसरा और सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसको कंधे पर आसानी से ले जाया जा सकता है। क्योंकि लोहे के खाली सिलेंडर का वजन ही करीब 16-17 किलो होता है और भरा हुआ करीब 30 किलो वजन का। जबकि कंपोजिट सिलेंडर खाली 5.9 किलो और भरा हुआ होने के बाद 16 किलो के करीब होता है। इसलिए इसको पहाडी़ क्षेत्र के गाँवों के रास्ते पर कंधे या पीठ पर आसानी से ले जाया जा सकता है। अभी तक यह होता है कि लोहे के करीब 30 किलो भारी सिलेंडर को घर तक पहुंचाने के लिए उपभोक्ताओं को अक्सर मजदूरों की जरूरत पड़ती है, लेकिन यह सिलेंडर लोग स्वयं आसानी से ढोकर ले जा सकेंगे।
स्मार्ट किचन के लिए स्मार्ट सिलेंडर
Ioc ने इसे डिजाइन किया है। आजकल लोग स्मार्ट किचन तैयार कर रहे हैं और उस हिसाब से यह सिलेंडर भी स्मार्ट बनाया गया है। यह कंपोजिट खाली सिलेंडर करीब 5 किलो का है और इसमें 10 किलो गैस भरी रहती है।
इस सिलेंडर को भरने के लिए दर 782/- रुपया है, जबकि लोहे का परंपरागत सिलेंडर 1088.50 का पड़ रहा है।
कैसे मिलेगा यह कनेक्शन
कंपोजिट सिलेंडर के लिए जिनके पास गैस कनेक्शन नहीं है, वह नया आवेदन करके ले जा सकते हैं। या फिर पुरानी गैस कनेक्शन बुक और सिलेंडर को जमा कर निर्धारित प्रतिभूति (सिक्योरिटी) देकर के कंपोजिट सिलेंडर ले जा सकते हैं।
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हल्का हुआ पहाड़ी महिलाओं के पीठ और कंधों का बोझ, अब आया बाजार में LPG कंपोजिट सिलेंडर
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अनसूया प्रसाद मलासी । अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड न्यूज- इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि.(भारतीय तेल निगम) की सहायक कंपनी इंडेन ने परंपरागत घरेलू गैस सिलेंडर के बजाय अब बदलते दौर के हिसाब से स्मार्ट
किचन के लिए एलपीजी कंपोजिट सिलेंडर (Composite Cylinder) बाजार में उतारा है। इसकी खूबियों को देखते हुए उपभोक्ताओं द्वारा इसे हाथों-हाथ लिया जा रहा है।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भी सुलभ हुआ
आनंद इंडेन गैस एजेंसी अगस्त्यमुनि (रुद्रप्रयाग) के प्रबंधक रोबिन चौधरी ने बताया कि अभी तक 40 कंपोजिट सिलेंडर उपभोक्ता ले गये हैं। इस सिलेंडर की खासियत यह
है कि इसमें घटतोली की समस्या नहीं होगी और न ही इसको ले जाते वक्त तौलने की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि पारदर्शी सिलेंडर होने के कारण इसमें गैस कितनी है? मात्रा
बाहर से ही दिख जाएगी और घर में गैस कब खत्म हो रही है या कितनी रह गई है, यह भी पता चलता रहेगा। इसलिए जब सिलेंडर पूरा खाली हो जाएगा, तब ही लोग इसको भरने के लिए
लाएंगे।
सिलेंडर फटकर दुर्घटना होने पर लगेगी रोक
इस सिलेंडर का फायदा यह भी है कि लोहे के सिलेंडर में अक्सर ब्लास्ट की शिकायतें आती हैं। यह कंपोजिट सिलेंडर फाइबर प्रोटेक्शन कवर का बना होने के कारण इसमें
ब्लास्ट की शिकायत नहीं आएगी। इसके लिए उपभोक्ताओं के चूल्हे, रेगुलेटर और पाइप को चेक करके जो खराब हैं, उन्हें बदलने का अभियान शुरू कर दिया गया है। इसका
उद्देश्य दुर्घटना को कम करना है।
ढुलान के पैसे की होगी बचत
तीसरा और सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसको कंधे पर आसानी से ले जाया जा सकता है। क्योंकि लोहे के खाली सिलेंडर का वजन ही करीब 16-17 किलो होता है और भरा हुआ करीब 30 किलो
वजन का। जबकि कंपोजिट सिलेंडर खाली 5.9 किलो और भरा हुआ होने के बाद 16 किलो के करीब होता है। इसलिए इसको पहाडी़ क्षेत्र के गाँवों के रास्ते पर कंधे या पीठ पर
आसानी से ले जाया जा सकता है। अभी तक यह होता है कि लोहे के करीब 30 किलो भारी सिलेंडर को घर तक पहुंचाने के लिए उपभोक्ताओं को अक्सर मजदूरों की जरूरत पड़ती है,
लेकिन यह सिलेंडर लोग स्वयं आसानी से ढोकर ले जा सकेंगे।
स्मार्ट किचन के लिए स्मार्ट सिलेंडर
Ioc ने इसे डिजाइन किया है। आजकल लोग स्मार्ट किचन तैयार कर रहे हैं और उस हिसाब से यह सिलेंडर भी स्मार्ट बनाया गया है। यह कंपोजिट खाली सिलेंडर करीब 5 किलो का है
और इसमें 10 किलो गैस भरी रहती है।
इस सिलेंडर को भरने के लिए दर 782/- रुपया है, जबकि लोहे का परंपरागत सिलेंडर 1088.50 का पड़ रहा है।
कैसे मिलेगा यह कनेक्शन
कंपोजिट सिलेंडर के लिए जिनके पास गैस कनेक्शन नहीं है, वह नया आवेदन करके ले जा सकते हैं। या फिर पुरानी गैस कनेक्शन बुक और सिलेंडर को जमा कर निर्धारित
प्रतिभूति (सिक्योरिटी) देकर के कंपोजिट सिलेंडर ले जा सकते हैं।