दीपक बेंजवाल। अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज- महाशिवरात्रि पर्व मन्दाकिनी घाटी की सांस्कृतिक नगरी अगस्त्यमुनि में रामलीला कमेटी के सौजन्य से भव्य महाशिवरात्रि जागरण का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में शिवभक्त इस कार्यक्रम में शामिल हुए। देर रात तक अगस्त्य नगरी का महौल भक्तिमय बना रहा।

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  सांस्कृतिक जागरण का शुभारंभ उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायिका हेमा नेगी करासी, लोकगायक दर्शन फरस्वाण, महादेवा राहुल बिष्ट और रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुशील गोस्वामी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विक्की आनंद सजवाण, बलदीप कंडारी द्वारा भगवान शंकर के समक्ष संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। गीत संध्या की शुरूआत लोकगायिका हेमा नेगी के बाबा केदारनाथ को समर्पित जागरों से हुई। जिसके बाद जाग नंदा ह्यू का हिवांला, भोले भंडारी, गिरी गेदुआँ कैलाशू मा रौंदा शभू भोलेनाथ, कंचनी कोलाशू हे भुली राधा गीत गाकर सबका मन मोह लिया। वही अगस्त्यमुनि नगर में पहली बार पहुँचे युवा लोकगायक दर्शन फरस्वाण ने महर्षि अगस्त्य को नमन करते हुऐ भगवान शिव की प्रिय पार्वती को समर्पित अपने सुप्रसिद्ध गीत हे नंदा, हे गौरा को गया तो भक्त झूम उठे। बड़ी संख्या में जागरण में पहुँचे नन्हे मुन्ने बच्चों भी उनके गीत में जुगलबंदी देते हुए दिखाई दिए। वही गोपेश्वर से पहुँचे लोकगायक महादेवा राहुल बिष्ट ने श्लोक से भगवान शंकर का स्तवन करने के बाद महादेव शंभू आदि कैलाश, मन लगीगे मेरो अगस्त्यमुनि मा गाकर माहौल भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम संयोजक विक्की आनंद सजवाण ने रामलीला कमेटी के संरक्षक राजेन्द्र गोस्वामी, श्रीनंद जमलोकी, सरपंच नाकोट हर्षवर्धन बेंजवाल, प्रधान संगठन अध्यक्ष विजयपाल राणा, प्रधान संगठन पूर्व अध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी, पूर्व प्रधान बलवीर लाल, व्यापार संघ महामंत्री त्रिभुवन नेगी समेत बड़ी संख्या में पहुँचे गणमान्य नागरिकों एवं मातृशक्ति का आभार जताया। उन्होंने कहा कि रामलीला कमेटी के हर एक सदस्य के समर्पित सहयोग से यह आयोजन साकार हुआ है। भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन कमेटी द्वारा किए जाएंगे। युवाओं द्वारा आयोजित यह सांस्कृतिक जागरण पूर्ण रूप से सफल रहा, दर्शकों से खचाखच भरे पाडांल में देर रात तक बाबा भोलेनाथ के गीत गूँजते रहे। इस कार्यक्रम में रामलीला कमेटी अगस्त्यमुनि के सक्रिय सदस्य बलदीप कंडारी, विक्की आनंद सजवाण, हिमांशु भट्ट, आशीष माहेश्वरी, भानु प्रताप रावत, जितेन्द्र रावत, उमा कैंतुरा, विनीता रौतेला, ललिता रौतेला, गजेंद्र रौतेला, हेमंत फरस्वाण, विपिन रावत, भुवन पुरोहित, मोंटी, का कूका विशेष सहयोग रहा। मंच संचालन शिक्षक गंगाराम सकलानी द्वारा किया गया।