पहाड़ के दो हजार शिक्षकों को भर्ती करने वाला एक अद्भुत व्यक्तित्व, 98 वी जयंती पर किया याद
1 min read02/03/2023 5:45 pm
हरीश गुसाई। अगस्त्यमुनि।
दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। राइका अगस्त्यमुनि के पहले प्रधानाचार्य एवं सेनि उप शिक्षा निदेशक स्व0 उमेशचन्द्र मलासी की 98वीं जयन्ती पर अउराइका अगस्त्यमुनि में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर वक्ताओं ने उनके संस्मरणों को याद करते हुए उन्हें पहाड़ में शिक्षा की दशा सुधारने के लिए सैकड़ों शिक्षकों की भर्ती करने वाला असाधारण व्यक्तित्व का धनी बताया। पहली बार अउराइका अगस्त्यमुनि के प्रधानाचार्य हरेन्द्र बिष्ट एवं स्व उमेश चन्द्र मलासी के पुत्र शैलेश मलासी के प्रयासों से उनके 98 वें जन्मदिन पर विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि सेनि प्रधानाचार्य चन्द्रमोहन मलासी ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि स्व0 उमेश चन्द्र मलासी का इस विद्यालय को स्थापित करने तथा संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वर्ष 1965 में विद्यालय का प्रान्तीयकरण होने के बाद वे प्रथम प्रधानाचार्य के पद पर रहे। बाद में वे जिला विद्यालय निरीक्षक एवं मण्डलीय उप शिक्षा निदेशक के पद पर रहे। उपशिक्षा निदेशक रहते हुए उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ दो हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति दी। विशिष्ट अतिथि उनके शिष्य एवं तत्कालीन प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष स्व0 भोपाल सिंह राणा के पुत्र सेनि प्रधानाचार्य गोबिन्द सिंह राणा ने विद्यालय स्थापना से लेकर विद्यालय की मान्यता एवं प्रान्तीयकरण के संघर्ष को विस्तार से बताया। जिसमें स्व0 मलासी जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वरिष्ठ पत्रकार हरीश गुसाईं एवं अनसूया प्रसाद मलासी ने कहा कि स्व0 मलासी जी पहाड़ में एक ब्राण्ड के तौर पर प्रसिद्ध थे। उनके द्वारा नियुक्ति पाये शिक्षक आज भी मलासी ब्राण्ड के नाम से जाने जाते हैं। ऐसे सादगी से भरपूर एवं ईमानदार व्यक्ति का आज मिलना मुश्किल हैं। इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं का सौभाग्य है कि वे महापुरूषों की विरासत को समेटे हुए विद्यालय में शिखा ग्रहण कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य हरेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि उनका प्रयास है कि विद्यालय के गौरवमयी इतिहास को विद्यार्थियों के सम्मुख रखा जाय जिससे वे प्रेरणा ले सकें। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस कार्यक्रम को हर वर्ष आयारेजितकिया जायेगा और शीघ्र ही विद्यालय का स्थापना दिवस भी मनाया जायेगा और उस समय विद्यालय के पुराने विद्यार्थियों के साथ ही तत्कालीन प्रबन्धन कमेटी के सदस्यों को भी सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक धीरसिंह नेगी ने किया। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा स्व0 उमेश चन्द्र मलासी के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्जवलित करते हुए माल्यार्पण किया गया। विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक रवीन्द्र पंवार, वीरेन्द्र पंवार, शिवसिंह नेगी, स्व0 मलासी के पुत्र शैलेश मलासी, भतीजे दिनेश मलासी एवं सुरेश मलासी, सहित विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
Advertisement

Advertisement

Read Also This:
Advertisement

खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
जो करता है एक लोकतंत्र का निर्माण।
यह है वह वस्तु जो लोकतंत्र को जीवन देती नवीन
पहाड़ के दो हजार शिक्षकों को भर्ती करने वाला एक अद्भुत व्यक्तित्व, 98 वी जयंती पर किया याद
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129









