1 अप्रैल से एक और झटका, 2000 से अधिक का UPI ट्रांजैक्शन होगा महंगा, जानें कितना लगेगा चार्ज
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29/03/20233:05 pm
UPI Transaction: यूपीआई के जरिए पेमेंट के लिए 1 अप्रैल से अतिरिक्त शुल्क की खबरें सामने आ रही थी। दरअसल नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) पेमेंट को लेकर एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 1 अप्रैल से यूपीआई से होने वाले मर्चेंट पेमेंट पर PPI चार्ज की सिफारिश की गई थी। अब एनपीसीआई ने किसी भी तरह के शुल्क से इनकार किया है। एनपीसीआई की ओर से जारी ट्वीट में कहा गया कि यूपीआई से पेमेंट पूरी तरह मुफ्त है। इसके लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
सर्कुलर के मुताबिक NPCI की ओर से 0.5-1.1 फीसदी लगाए जाने की सिफारिश की गई है। यह चार्ज 2,000 रुपये से ज्यादा के ट्रांजेक्शन पर 1.1 फीसदी प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट यानि PPI लगाया जाएगा। यह चार्ज सिर्फ उन्हीं लोगों को देना होगा जो मर्चेंट ट्रांजेक्शंस यानी व्यापारियों के लिए है। आम लोगों पर इसका असर नहीं होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक यूपीआई के जरिए पेमेंट होने वाले करीब 70 फीसदी पेमेंट 2000 रुपये से अधिक के होते हैं। नए सर्कुलर के मुताबिक अब यूपीआई पेमेंट पर लोगों को जेब ढीली करनी पड़ सकती है। बता दें कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI) ने अलग-अलग क्षेत्र के लिए अलग-अलग इंटरचेंज फीस निर्धारित की है।
किस पर नहीं लगेगी फीस?
नए सर्कुलर के मुताबिक कृषि और टेलीकॉम क्षेत्र में सबसे कम इंटरचेंज फीस वसूला जाएगा. वहीं बैंक अकाउंट और PPI वॉलेट के बीच पीयर-टू-पीयर (P2P) और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट (P2PM) में किसी तरह का ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा।
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1 अप्रैल से एक और झटका, 2000 से अधिक का UPI ट्रांजैक्शन होगा महंगा, जानें कितना लगेगा चार्ज
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UPI Transaction: यूपीआई के जरिए पेमेंट के लिए 1 अप्रैल से अतिरिक्त शुल्क की खबरें सामने आ रही थी। दरअसल नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट
इंटरफेस (UPI) पेमेंट को लेकर एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 1 अप्रैल से यूपीआई से होने वाले मर्चेंट पेमेंट पर PPI चार्ज की सिफारिश की गई थी। अब
एनपीसीआई ने किसी भी तरह के शुल्क से इनकार किया है। एनपीसीआई की ओर से जारी ट्वीट में कहा गया कि यूपीआई से पेमेंट पूरी तरह मुफ्त है। इसके लिए किसी भी तरह का
शुल्क नहीं लिया जाएगा।
सर्कुलर के मुताबिक NPCI की ओर से 0.5-1.1 फीसदी लगाए जाने की सिफारिश की गई है। यह चार्ज 2,000 रुपये से ज्यादा के ट्रांजेक्शन पर 1.1 फीसदी प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट
यानि PPI लगाया जाएगा। यह चार्ज सिर्फ उन्हीं लोगों को देना होगा जो मर्चेंट ट्रांजेक्शंस यानी व्यापारियों के लिए है। आम लोगों पर इसका असर नहीं होगा।
क्यों लिया गया फैसला?
रिपोर्ट के मुताबिक यूपीआई के जरिए पेमेंट होने वाले करीब 70 फीसदी पेमेंट 2000 रुपये से अधिक के होते हैं। नए सर्कुलर के मुताबिक अब यूपीआई पेमेंट पर लोगों को
जेब ढीली करनी पड़ सकती है। बता दें कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI) ने अलग-अलग क्षेत्र के लिए अलग-अलग इंटरचेंज फीस निर्धारित की है।
किस पर नहीं लगेगी फीस?
नए सर्कुलर के मुताबिक कृषि और टेलीकॉम क्षेत्र में सबसे कम इंटरचेंज फीस वसूला जाएगा. वहीं बैंक अकाउंट और PPI वॉलेट के बीच पीयर-टू-पीयर (P2P) और
पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट (P2PM) में किसी तरह का ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा।