दस्तक पहाड न्यूज  / ऊखीमठ  गाँवों को सड़क से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजनाओं को निर्माणदायी संस्थाए कैसे पलीता लगाया जाता है ये रूद्रप्रयाग जिले में आसानी से देखा जा सकता है। जहाँ स्वीकृती के बाद विभाग दो साल में महज दो सौ मीटर ही रोड़ काट पाया। दरअसल ऊखीमठ ब्लाक के गिरिया गाँव के लिए लोनिवि ऊखीमठ ने पिलौंजी से रोड़ कटनी थी लेकिन दो साल में सिर्फ 200 मीटर ही रोड़ कट पाई।

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गिरियाँ गाँव के युवा भूपेंद्र सिंह रावत, ग्राम प्रधान प्रताप सिंह राणा, नर्मदा देवी, कनिष्ठ प्रमुख सुरेन्द्र सिंह पंवार, महावीर सिंह रावत, हुकुम सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह पंवार, मदन सिंह बर्त्वाल का कहना है आधुनिक मशीनों के युग में भी विभाग दो साल में कछुऐ की चाल में सड़क काट रहा है। महज 200 मीटर काटने के बाद ठेकेदार भाग गये और अब काम ठप्प पड़ा है। मौखिक और लिखित रूप से विभाग और जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखे गए है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों का कहना है सरकार एक ओर पलायन रोकने की बात कर रही है लेकिन सड़क जैसी अहम जरूरत जो पलायन का बड़ा कारण है पर चुप्पी साधे है। समय रहते गाँवों में सड़क आयेगी तो सूख सुविधाऐ भी बढ़ेगी और पलायन पर भी रोकथाम लगेगी। सरकार और विभागों को इस पर गंभीर होना होगा।