विनोद नौटियाल  / ऊखीमठ  दस्तक पहाड न्यूज- पंचकेदारों में स्थित तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ से प्रस्थान कर प्रथम रात्रि प्रवास के लिए भूतनाथ मंदिर पहुंच गये हैं। 25 अप्रैल (मंगलवार) को डोली चोपता एवं 26 अप्रैल को तुंगनाथ धाम पहुंचेगी और उसी दिन विधि-विधान के साथ पूर्वाह्न 10 बजकर 50 मिनट पर कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जायेंगे।

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तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली ने सोमवार प्रातः 10 बजे अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ से प्रस्थान किया। इससे पूर्व प्रातः सात बजे से मन्दिर के गर्भगृह में मक्कू के पंचपुरोहितों द्वारा मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी के हाथों विशेष पूजा अर्चना सम्पन कराई। वहीं दूसरी ओर मन्दिर परिसर में हुड्डू एवं अखोड़ी गांव के जमाणियों(डोली ले जाने वाले) द्वारा डोली का श्रृंगार किया गया जिसके बाद पुजारियों ने भोग मूर्ति को चल उत्सव विग्रह डोली में वेद मंन्त्रोचारण के साथ विराजमान किया। मन्दिर की तीन परिक्रमा करने के बाद डोली धाम के लिए रवाना हो गई। पूर्वाह्न 11 बजे डोली मक्कू गांव के समीप पोणखी तोक पहुंची जहां पर मक्कू गांव की सभी महिलाओं द्वारा नये अनाज का भोग बनाकर अपने आराध्य देव भगवान तुंगनाथ को अर्पित किया और सुख समृद्धि की मनौतियां मांगते हुए धाम के लिए विदा किया। इसके बाद दोपहर ढाई बजे डोली प्रथम रात्रि प्रवास के लिए भूतनाथ मंदिर पहुंची। इस अवसर पर डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित,प्रवन्धक बलवीर नेगी,ग्राम प्रधान विजयपाल सिंह नेगी, पुजारी प्रकाश मैठाणी,विजयभारत मैठाणी, विनोद मैठाणी,हरिबल्लभ मैठाणी, दिनेश मैठाणी, मुकेश मैठाणी, अतुल मैठाणी,अजय मैठाणी, रवीन्द्र मैठाणी,चन्द्रबल्लभ मैठाणी, भगवती प्रसाद मैठाणी,ॠषि सेमवाल, बुद्धि बल्लभ सेमवाल, कैलाश मैठाणी, पंकज मैठाणी,अजय आनन्द नेगी, मुकुल मैठाणी आदि मौजूद थे।