बालिका इण्टर कॉलेज रूद्रप्रयाग में सम्पन्न हुआ विज्ञान कौथिग
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11/05/202310:43 am
दस्तक पहाड न्यूज / रुद्रप्रयाग
बच्चों में विज्ञान के प्रति समझ बढ़ाने के साथ-साथ वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के प्रयासों के तहत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग में विज्ञान शिक्षिका श्रीमती अंजना रावत के कुशल निर्देशन में एनसीईआरटी के कक्षा 6 से 10 तक के विज्ञान पाठ्यक्रम पर आधारित शिक्षण अधिगम सामग्री (टी एल एम) का निर्माण एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 6 से 10 तक की छात्राओं ने लगभग तीन दर्जन मॉडल बनाकर प्रदर्शित किए। यह सभी मॉडल छात्राओं द्वारा श्रीमती अंजना रावत के मार्गदर्शन में निर्मित किए गये, जिससे छात्राओं में स्वयं करके सीखने के साथ-साथ कई अवधारणाएं सृजित होकर व्यवहारिक बातों की जानकारी हुई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्रीमती अंजना रावत ने डायट रतूड़ा, रूद्रप्रयाग का धन्यवाद ज्ञापित किया कि विज्ञान कौथिग के लिए उनके विद्यालय का चयन किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रूद्रप्रयाग के प्रवक्ता और जिला विज्ञान सन्दर्भ व्यक्ति और जनपद के विभिन्न विद्यालयों में विज्ञान कौथिग के अन्तर्गत सम्पादित हो रहे इस तरह के विज्ञान प्रदर्शनी के समन्वयक डॉ० विनोद कुमार यादव यादव ने बच्चों के आत्मविश्वास की प्रशंसा की। डायट रतूड़ा के प्राचार्य और मुख्य शिक्षा अधिकारी रूद्रप्रयाग विनोद प्रसाद सिमल्टी ने इस आयोजन पर अपने संदेश में कहा कि बालिकाओं में विज्ञान के प्रति संचेतना बढ़ाने के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करने में ऐसे कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होंगे। बताते चलें कि डायट रतूड़ा के अभिनव प्रयासों के तहत जिले के 14 विद्यालयों के शिक्षकों को कुछ समय पूर्व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रूद्रप्रयाग में एलायंस फॉर साइन्स नई दिल्ली के सहयोग से नवाचारी कार्यक्रम के अन्तर्गत, एन सी ई आर टी की कक्षा 6से 10तक की पुस्तकों के विभिन्न प्रकरणो पर मॉडल्स बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था। तत्पश्चात अध्यापकों द्वारा विद्यालयों में बच्चों को इन मॉडल्स को बनाना सिखाया गया। बच्चों ने अपने अध्यापकों की मदद से अपने पाठ्यक्रम के विभिन्न प्रकरणों पर ये मॉडल्स बनाकर अपने अन्य साथियों के समक्ष इनका प्रदर्शन और प्रस्तुतिकरण किया। इस पूरी कवायद का एक खूबसूरत पहलू यह रहा कि बच्चों ने अपने साथियों के समक्ष अपने-अपने मॉडल्स का प्रस्तुतिकरण ऐसे किया, मानों कोई विषय विशेषज्ञ प्रकरण को पढ़ा रहा हो।
अपने सम्बोधन में डॉ० विनोद कुमार यादव ने दैनिक जीवन में विज्ञान के अनुप्रयोग एवं विज्ञान की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए छात्राओं से उनकी जिज्ञासाओं पर परिचर्चा की । छात्राओं द्वारा निर्मित कुछ प्रमुख मॉडल्स इस प्रकार से थे-
16.सूर्य, पृथ्वी, चंद्रमा और तारामंडल- तनु, कक्षा- 10
17. कान की कार्यप्रणाली- दीपिका, कक्षा- 10
18.फेफड़े का मॉडल -संजना, कक्षा-10
19.रक्त परिसंचरण- प्रेरणा, कक्षा- 10
20. उत्सर्जन तंत्र- काजल, कक्षा- 10
21 हृदय की कार्यविधि- सुमन, कक्षा- 10
22.कंकाल तंत्र -ज्योति, कक्षा- 10
23. श्वसन तंत्र- निकिता, कक्षा- 10
24. खून का रिश्ता- ईशा, कक्षा- 10
25. जड़त्व का नियम -अंबिका, कक्षा- 10
26.संवेग संरक्षण का सिद्धांत- दीया, कक्षा-10
27.आंख की कार्यप्रणाली- रवीना, कक्षा- 10
28. क्रिया- प्रतिक्रिया का नियम- निहारिका, कक्षा-9
29-जल में मछली- शिफा, कक्षा- 8
इस अवसर पर डायट के प्रवक्ता विजय चौधरी, अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन रूद्रप्रयाग के करण सिंह बिष्ट सहित रा०बा०इ०का० रूद्रप्रयाग की
शिक्षिकाएं अंजू बिष्ट, मीनाक्षी सिलवाल ,आशा चंद्रा, बबीता जगवाण, सुषमा चौधरी, मीनाक्षी नेगी, शोभा डोभाल, अंजना रावत, हिमांशी रानी, चांदनी महर, संगीता परमार पूजा शर्मा, आदि समस्त शिक्षिकाएं उपस्थित थी।
विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती ममता रावत ने बताया कि छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होना नितांत आवश्यक है क्योंकि आज के यह नन्हे बाल वैज्ञानिक ही भविष्य की बागडोर संभालेंगे। उन्होंने विज्ञान कौथिग की इस सराहनीय पहल के लिये विद्यालय का चयन करने के लिए डाइट रतूड़ा का आभार भी व्यक्त किया।
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बालिका इण्टर कॉलेज रूद्रप्रयाग में सम्पन्न हुआ विज्ञान कौथिग
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दस्तक पहाड न्यूज / रुद्रप्रयाग
बच्चों में विज्ञान के प्रति समझ बढ़ाने के साथ-साथ वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के प्रयासों के तहत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग में विज्ञान
शिक्षिका श्रीमती अंजना रावत के कुशल निर्देशन में एनसीईआरटी के कक्षा 6 से 10 तक के विज्ञान पाठ्यक्रम पर आधारित शिक्षण अधिगम सामग्री (टी एल एम) का निर्माण
एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 6 से 10 तक की छात्राओं ने लगभग तीन दर्जन मॉडल बनाकर प्रदर्शित किए। यह सभी मॉडल
छात्राओं द्वारा श्रीमती अंजना रावत के मार्गदर्शन में निर्मित किए गये, जिससे छात्राओं में स्वयं करके सीखने के साथ-साथ कई अवधारणाएं सृजित होकर व्यवहारिक
बातों की जानकारी हुई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्रीमती अंजना रावत ने डायट रतूड़ा, रूद्रप्रयाग का धन्यवाद ज्ञापित किया कि विज्ञान कौथिग के लिए उनके
विद्यालय का चयन किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रूद्रप्रयाग के प्रवक्ता और जिला विज्ञान सन्दर्भ व्यक्ति और जनपद के
विभिन्न विद्यालयों में विज्ञान कौथिग के अन्तर्गत सम्पादित हो रहे इस तरह के विज्ञान प्रदर्शनी के समन्वयक डॉ० विनोद कुमार यादव यादव ने बच्चों के
आत्मविश्वास की प्रशंसा की। डायट रतूड़ा के प्राचार्य और मुख्य शिक्षा अधिकारी रूद्रप्रयाग विनोद प्रसाद सिमल्टी ने इस आयोजन पर अपने संदेश में कहा कि
बालिकाओं में विज्ञान के प्रति संचेतना बढ़ाने के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करने में ऐसे कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होंगे। बताते चलें कि डायट
रतूड़ा के अभिनव प्रयासों के तहत जिले के 14 विद्यालयों के शिक्षकों को कुछ समय पूर्व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रूद्रप्रयाग में एलायंस फॉर
साइन्स नई दिल्ली के सहयोग से नवाचारी कार्यक्रम के अन्तर्गत, एन सी ई आर टी की कक्षा 6से 10तक की पुस्तकों के विभिन्न प्रकरणो पर मॉडल्स बनाने का प्रशिक्षण
दिया गया था। तत्पश्चात अध्यापकों द्वारा विद्यालयों में बच्चों को इन मॉडल्स को बनाना सिखाया गया। बच्चों ने अपने अध्यापकों की मदद से अपने पाठ्यक्रम के
विभिन्न प्रकरणों पर ये मॉडल्स बनाकर अपने अन्य साथियों के समक्ष इनका प्रदर्शन और प्रस्तुतिकरण किया। इस पूरी कवायद का एक खूबसूरत पहलू यह रहा कि बच्चों ने
अपने साथियों के समक्ष अपने-अपने मॉडल्स का प्रस्तुतिकरण ऐसे किया, मानों कोई विषय विशेषज्ञ प्रकरण को पढ़ा रहा हो।
अपने सम्बोधन में डॉ० विनोद कुमार यादव ने दैनिक जीवन में विज्ञान के अनुप्रयोग एवं विज्ञान की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए छात्राओं से उनकी
जिज्ञासाओं पर परिचर्चा की । छात्राओं द्वारा निर्मित कुछ प्रमुख मॉडल्स इस प्रकार से थे-
1.चुंबक का डांस -कु. किरण, कक्षा 6
2.चुंबकीय बल रेखा -रिया चौहान, कक्षा 8
3.विद्युत चुंबक -दिव्या, कक्षा 9
4. चुंबकीय ट्रेन -रिया भट्ट कक्षा 8
5. सतरंगी चकरी- रिया बिष्ट, कक्षा 8
6. प्रकाश का पथ- सारिका, कक्षा- 8
7. प्रकाश का परावर्तन -सोनी, कक्षा- 9
8. पेरिस्कोप -रीतिका, कक्षा- 9
9. अनंत पथ- प्रिया भट्ट, कक्षा-9
10. प्रकाश का अपवर्तन- लक्ष्मी, कक्षा-10
11.सुचालक -कुचालक- नंदिनी, कक्षा- 9
12. परिपथ श्रेणी- रागिनी, कक्षा-10
13. परिपथ समांतर - रिया, कक्षा- 10
14. सौरमंडल के ग्रह- आयशा, कक्षा- 10
15.चंद्रमा की कलाएं- मानसी, कक्षा- 10
16.सूर्य, पृथ्वी, चंद्रमा और तारामंडल- तनु, कक्षा- 10
17. कान की कार्यप्रणाली- दीपिका, कक्षा- 10
18.फेफड़े का मॉडल -संजना, कक्षा-10
19.रक्त परिसंचरण- प्रेरणा, कक्षा- 10
20. उत्सर्जन तंत्र- काजल, कक्षा- 10
21 हृदय की कार्यविधि- सुमन, कक्षा- 10
22.कंकाल तंत्र -ज्योति, कक्षा- 10
23. श्वसन तंत्र- निकिता, कक्षा- 10
24. खून का रिश्ता- ईशा, कक्षा- 10
25. जड़त्व का नियम -अंबिका, कक्षा- 10
26.संवेग संरक्षण का सिद्धांत- दीया, कक्षा-10
27.आंख की कार्यप्रणाली- रवीना, कक्षा- 10
28. क्रिया- प्रतिक्रिया का नियम- निहारिका, कक्षा-9
29-जल में मछली- शिफा, कक्षा- 8
इस अवसर पर डायट के प्रवक्ता विजय चौधरी, अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन रूद्रप्रयाग के करण सिंह बिष्ट सहित रा०बा०इ०का० रूद्रप्रयाग की
शिक्षिकाएं अंजू बिष्ट, मीनाक्षी सिलवाल ,आशा चंद्रा, बबीता जगवाण, सुषमा चौधरी, मीनाक्षी नेगी, शोभा डोभाल, अंजना रावत, हिमांशी रानी, चांदनी महर, संगीता
परमार पूजा शर्मा, आदि समस्त शिक्षिकाएं उपस्थित थी।
विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती ममता रावत ने बताया कि छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होना नितांत आवश्यक है क्योंकि आज के यह नन्हे बाल
वैज्ञानिक ही भविष्य की बागडोर संभालेंगे। उन्होंने विज्ञान कौथिग की इस सराहनीय पहल के लिये विद्यालय का चयन करने के लिए डाइट रतूड़ा का आभार भी व्यक्त
किया।