दस्तक पहाड न्यूज  / अगस्त्यमुनि संघ लोक सेवा आयोग के अंतिम घोषित परिणामों में चमोली जिले के बांगड़ी कपीरी गांव की मुद्रा गैरोला, रुद्रप्रयाग जिले के स्वीली भरदार की कंचन डिमरी, बागेश्वर जिले के दर्शानी गांव की कल्पना पांडे, और उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर की गरिमा नरूला का चयन आईएएस में हुआ है। वही रुद्रप्रयाग जनपद के रविगाँव निवासी मुकुल जमलोकी ने सिविल सेवा परीक्षा में 161वीं रैंक हासिल उत्तराखंड का मान बढ़ाया है।

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रुद्रप्रयाग जिले के स्वीली गांव की कंचन डिमरी ने भी इस वर्ष यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर जिले का गौरव बढ़ाया है। कंचन के पिता देवीप्रसाद डिमरी दिल्ली में सेवारत हैं। उधर चमोली जिले के बागड़ी गांव की मुद्रा गैरोला ने भी यूपीएससी क्रैक किया है। वे पिछले वर्ष आईपीएस के लिए चयनित हुई थी। रुद्रप्रयाग जिले के बेंजी गांव की अंजलि बेंजवाल बहुगुणा ने हायर ज्यूडिशरी सर्विस (एचजेएस) से अतिरिक्त सत्र एवं जिला न्यायाधीश टिहरी गढ़वाल में प्रथम नियुक्ति प्राप्त की है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के मूल निवासी मुकुल जमलोकी ने भारतीय सिविल सेवा परीक्षा 2022 में फिर स्थान बनाया है। इस बार आल इंडिया रैंकिंग में उनका स्थान 161 है। वर्तमान में मुकुल जमलोकी सीएजी कार्यालय में डिप्टी अकाउंटेंट जनरल के पद पर कार्यरत हैं। मुकुल ने यूपीएससी परीक्षा के अब तक के सभी प्रयासों में सफलता अर्जित की है। वे पहले वर्ष 2017 में इंडियन इनफॉर्मेशन सर्विस के लिए चुने गए। फिर वर्ष 2018 में इंडियन पोस्टल सर्विस के लिए चयनित हुए। वर्ष 2020 में वे इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस के लिए चयनित होने के बाद इस बार उन्हें भारतीय पुलिस सेवा अथवा भारतीय विदेश सेवा संवर्ग आवंटन की संभावना है लेकिन नई सेवा पर जाने के वे इच्छुक नहीं हैं। मुकुल जमलोकी मूलत: रुद्रप्रयाग जिले की ऊखीमठ तहसील के रविग्राम (फाटा) के निवासी हैं। उनके पिता डॉ. ओम प्रकाश जमलोकी संप्रति दूरदर्शन के देहरादून केंद्र में वीडियो एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता श्रीमती इंदु जमलोकी दिल्ली सरकार के स्कूल में अर्थशास्त्र की प्रवक्ता हैं। मुकुल की एक छोटी बहन है, वह दिल्ली सरकार के अस्पताल में चिकित्सक है। मुकुल ने देहरादून के ब्राइट लैंड स्कूल से पढ़ाई की है। इन सभी प्रतिभाओं का अभिनंदन है। आशा है, येसभी संवेदनशील न्यायप्रिय जज और प्रशासक के रूप में पहचान बनाएंगें ।