अगस्त्यमुनि-बेडूबगड़ बाईपास संघर्ष समिति गठित, व्यापार संघ अगस्त्यमुनि के साथ पांच गाँवों के ग्रामीण करेंगे संघर्ष
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05/07/20231:34 pm
दीपक बेंजवाल / अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड न्यूज – केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर अगस्त्यमुनि में बनने जा रहे बाईपास के समर्थन में अब व्यापार मंडल अगस्त्यमुनि ने बड़े संघर्ष का ऐलान किया है। बता दें कि एकहजार से भी अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठानों वाले अगस्त्यमुनि बाजार में एन एच चौड़ीकरण करना चाहता। इस चौड़ीकरण में बड़ी संख्या में दुकानें और व्यापारी प्रभावित होंगे। व्यापारियों की इस सामूहिक पीड़ा को देखते हुए व्यापार मंडल द्वारा आपातकालीन बैठक बुलाई गई। बैठक में सरकार और एन एच से चौड़ीकरण के बजाय सत्तर प्रतिशत से अधिक कट चुके अगस्त्यमुनि बेडूबगड बाईपास पर निर्माण शुरू करवाने की मांग रखी गई। फिलहाल एनजीटी द्वारा इस बाईपास के साथ दो अन्य मार्गों पर रोक लगाई गई है। जिसमें से कुण्ड काकड़ा मार्ग पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिससे सत्तर प्रतिशत कटिंग हो चुके अगस्त्यमुनि बाईपास निर्माण पर भी आश जगी है। वही 18 साल से लंबित नाकोट-ताली-बगर-कोटनगर-जहंगी सड़क संघर्ष समिति और स्थानीय ग्रामीणों ने भी बाईपास निर्माण संघर्ष समिति को अपना समर्थन दिया है।
बैठक को संबोधित व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट और वरिष्ठ व्यापारी शत्रुघ्न नेगी ने बताया कि बाईपास निर्माण को यथाशीघ्र प्रारम्भ करवाने के लिए मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार और पर्यटन एवं लोनिवि मंत्री को ज्ञापन दिया गया है। लेकिन एनएच द्वारा चौड़ीकरण को लेकर चिन्हीकरण किए जाने से अब एकता के साथ नया संघर्ष करना होगा। बाईपास पर सत्तर प्रतिशत कटिंग हो चुकी है, इसलिए इस पर रोक लगाना औचित्यपूर्ण नहीं है।
वरिष्ठ व्यापारी मोहन रौतेला ने कहा सरकार और विभाग को व्यापारियों को उजाड़ने के बजाय बसाने पर सोचना चाहिए। इसका निर्माण शुरू होता है तो केदारनाथ यात्रा के लिए भी एक सरल सुचारु, जामरहित मार्ग तो मिलेगा ही साथ ही व्यापारी भी प्रभावित नहीं होंगे। सभी व्यापारियों ने वरिष्ठ पदाधिकारियों की इस बात पर सहमति जताई है। बैठक में बाईपास निर्माण के लिए सर्व सम्मति से संघर्ष समिति का गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी, संरक्षक हरीश गुंसाई, संयोजक मोहन रौतेला, सहसंयोजक विजय बंगरवाल, महामंत्री भूपेंद्र राणा को मनोनीत किया गया। संघर्ष समिति शीघ्र व्यापारियों के शिष्टमंडल के साथ जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से इस मुद्दे पर वार्ता करने जाएगी। समिति द्वारा नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को ज्ञापन सौंपकर नई पार्किंग में बनी दुकानों को प्राथमिकता के आधार पर प्रभावित व्यापारियों को सौंपने का मांगपत्र सौंपा गया। बता दें कि नगर पंचायत की नई पार्किंग जिसे निर्माणदायी संस्था द्वारा लंबे समय से उसे नहीं सौपा जा रहा है। इस पार्किंग के ऊपर दुकानें बनी है। समिति ने नगर पंचायत से शीघ्र कार्यवाही करने का आग्रह किया है ताकि चौड़ीकरण से अति प्रभावित व्यापारियों को राहत मिल सके।
बैठक में व्यापार मंडल महामंत्री त्रिभुवन नेगी, कोषाध्यक्ष मनोज चौहान, राजेन्द्र पुरोहित, अनिल कोठियाल, हरिहर रावत, मनोज राणा, सुन्दर लाल, रोहित रावत, गजेंद्र रौतेला, प्रियंक रावत समेत बड़ी संख्या व्यापारी उपस्थित हुए।
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अगस्त्यमुनि-बेडूबगड़ बाईपास संघर्ष समिति गठित, व्यापार संघ अगस्त्यमुनि के साथ पांच गाँवों के ग्रामीण करेंगे संघर्ष
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दीपक बेंजवाल / अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड न्यूज - केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर अगस्त्यमुनि में बनने जा रहे बाईपास के समर्थन में अब व्यापार मंडल अगस्त्यमुनि ने बड़े संघर्ष का ऐलान
किया है। बता दें कि एकहजार से भी अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठानों वाले अगस्त्यमुनि बाजार में एन एच चौड़ीकरण करना चाहता। इस चौड़ीकरण में बड़ी संख्या में
दुकानें और व्यापारी प्रभावित होंगे। व्यापारियों की इस सामूहिक पीड़ा को देखते हुए व्यापार मंडल द्वारा आपातकालीन बैठक बुलाई गई। बैठक में सरकार और एन एच
से चौड़ीकरण के बजाय सत्तर प्रतिशत से अधिक कट चुके अगस्त्यमुनि बेडूबगड बाईपास पर निर्माण शुरू करवाने की मांग रखी गई। फिलहाल एनजीटी द्वारा इस बाईपास के
साथ दो अन्य मार्गों पर रोक लगाई गई है। जिसमें से कुण्ड काकड़ा मार्ग पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिससे सत्तर प्रतिशत कटिंग हो चुके अगस्त्यमुनि बाईपास
निर्माण पर भी आश जगी है। वही 18 साल से लंबित नाकोट-ताली-बगर-कोटनगर-जहंगी सड़क संघर्ष समिति और स्थानीय ग्रामीणों ने भी बाईपास निर्माण संघर्ष समिति को अपना
समर्थन दिया है।
बैठक को संबोधित व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट और वरिष्ठ व्यापारी शत्रुघ्न नेगी ने बताया कि बाईपास निर्माण को यथाशीघ्र प्रारम्भ करवाने के लिए
मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार और पर्यटन एवं लोनिवि मंत्री को ज्ञापन दिया गया है। लेकिन एनएच द्वारा चौड़ीकरण को लेकर चिन्हीकरण किए जाने से अब एकता के साथ
नया संघर्ष करना होगा। बाईपास पर सत्तर प्रतिशत कटिंग हो चुकी है, इसलिए इस पर रोक लगाना औचित्यपूर्ण नहीं है।
वरिष्ठ व्यापारी मोहन रौतेला ने कहा सरकार और विभाग को व्यापारियों को उजाड़ने के बजाय बसाने पर सोचना चाहिए। इसका निर्माण शुरू होता है तो केदारनाथ यात्रा
के लिए भी एक सरल सुचारु, जामरहित मार्ग तो मिलेगा ही साथ ही व्यापारी भी प्रभावित नहीं होंगे। सभी व्यापारियों ने वरिष्ठ पदाधिकारियों की इस बात पर सहमति
जताई है। बैठक में बाईपास निर्माण के लिए सर्व सम्मति से संघर्ष समिति का गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी, संरक्षक हरीश गुंसाई, संयोजक मोहन
रौतेला, सहसंयोजक विजय बंगरवाल, महामंत्री भूपेंद्र राणा को मनोनीत किया गया। संघर्ष समिति शीघ्र व्यापारियों के शिष्टमंडल के साथ जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग
से इस मुद्दे पर वार्ता करने जाएगी। समिति द्वारा नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को ज्ञापन सौंपकर नई पार्किंग में बनी दुकानों को प्राथमिकता के आधार पर प्रभावित
व्यापारियों को सौंपने का मांगपत्र सौंपा गया। बता दें कि नगर पंचायत की नई पार्किंग जिसे निर्माणदायी संस्था द्वारा लंबे समय से उसे नहीं सौपा जा रहा है। इस
पार्किंग के ऊपर दुकानें बनी है। समिति ने नगर पंचायत से शीघ्र कार्यवाही करने का आग्रह किया है ताकि चौड़ीकरण से अति प्रभावित व्यापारियों को राहत मिल सके।
बैठक में व्यापार मंडल महामंत्री त्रिभुवन नेगी, कोषाध्यक्ष मनोज चौहान, राजेन्द्र पुरोहित, अनिल कोठियाल, हरिहर रावत, मनोज राणा, सुन्दर लाल, रोहित रावत,
गजेंद्र रौतेला, प्रियंक रावत समेत बड़ी संख्या व्यापारी उपस्थित हुए।