दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज  - फिल्मी स्टाइल में रात को सुनसान सड़क पर मौज मस्ती करने निकले बिगडैल नशेड़ी युवाओं ने शुक्रवार देर रात जवाहरनगर में बड़े हादसे को अंजाम दे दिया। यहाँ ओवरस्पीड से आ रही आईटेन कार ने सड़क किनारे खड़ी एक कार समेत 13 दुपहिया वाहनों को टक्कर मारकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं टक्कर से जवाहरनगर पेयजल यूनिट पम्प को भी नुकसान पहुँचा है। हैरतअंगेज बात यह रही कि हो हल्ला बड़ता देख हादसे के बाद आऐ युवाओं के साथी और परिजन

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क्षतिग्रस्त वाहन स्वामियों को ही अमीरी का धौंस दिखते दिखे। [caption id="attachment_31884" align="aligncenter" width="1081"] ऊपर टक्कर के बाद आईटेन, नीचे क्षतिग्रस्त कार[/caption] रात तकरीबन 11 बजे हुए इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शी विजेंद्र सिंह ने बताया वो घर लौटने के लिए अपना वाहन निकाल ही रहे थे कि अचानक अगस्त्यमुनि से जवाहरनगर की ओर तेज गति से आ रही सफेद आईटेन कार यूके 13 ए 7770 एकाएक सड़क के किनारे एक कार समेत एक दर्जन से अधिक स्कूटी और बाइकों को रौंदती हुई दीवार से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि आईटेन के आगे बोनट का सारा हिस्सा ही उखड़ गया। टक्कर से वहाँ खड़ी सहा. खण्ड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि की कार का पिछला हिस्सा बुरी तरह से चकनाचूर हो गया। वही 13 से अधिक दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। सड़क से दूरी होने के कारण वो भी बाल बाल बच गए। टक्कर की आवाज से स्थानीय निवासी भी मौके पर पहुँचे। लेकिन तब तक कार में सवार चारों युवा खुद ही बाहर आ गए। दरअसल एयरबैग खुलने से वाहन चालक और आगे बैठा युवा पूरी तरह सुरक्षित रहे। उक्त वाहन में सवार चारों युवा दोस्त है, जो पास में ही बेडूबगड की ओर जा रहे थे। इस हादसे के तुरंत बाद युवाओं ने अपने परिजनों को फोन कर हादसे की सूचना दी। वही स्थानीय लोगों द्वारा घटना की सूचना 112 द्वारा पुलिस को दी गई। हलांकि महज कुछ दूरी पर स्थित थाने से पुलिस को घटनास्थल पर पहुँचते हुए डेढ घण्टा लग गया। इस बीच हादसे को अंजाम दे रहे युवाओं के परिजन और कुछ साथी घटनास्थल पर ही क्षतिग्रस्त वाहन स्वामियों को ही धमकाने लगे। बाद में पुलिस के आने पर बहस शांत हो गई। घटनास्थल पर पुलिस कर्मी द्वारा पूछे जाने वाहन चला रहे युवा ने स्वीकार किया की वह ओवरस्पीड में था। उसने हादसे को अंजाम देने का भी कबूलनामा स्वीकार किया है। बाद में दोनों पक्ष अगस्त्यमुनि थाने पहुंचे जहां वाहन स्वामियों द्वारा इस घटना से हुए अपने नुकसान की तहरीर दर्ज करा दी गई है। जानलेवा बन जाता हादसा चारधाम और कावंड यात्रा के चलते रात को भी कई यात्री वाहन सड़क पर आवाजाही कर रहे है लेकिन गनीमत रही कि जवाहरनगर में हुए हादसे के वक्त कोई वाहन चलता हुआ नहीं आया। जिस तरीके से युवा गाड़ी भगा रहा था उससे कार में सवार अन्य की जान भी जा सकती थी। सिर्फ ओवरस्पीड ही इस हादसे का इकलौता कारण नहीं है बल्कि गाड़ी में रखी शराब की बोतल और अन्य प्रकार के नशे से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।लेकिन इन युवाओं पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई उल्टा थाने में मौजूद पुलिस कर्मी द्वारा ऐसे हादसों में पुलिस की कोई जिम्मेदारी नहीं है कहकर पल्ला झाड़ दिया गया।