बीकेटीसी के हालिया प्रतिबंधों की निकली हवा, कथावाचक मुरारी बापू की केदारनाथ गर्भगृह वाली फोटो वायरल, जनता बोली इतना दोगलापन क्यूँ ?
1 min read21/07/2023 10:04 pm
दीपक बेंजवाल / केदारनाथ
दस्तक पहाड न्यूज- केदारनाथ धाम में 22 जुलाई से आध्यात्मिक गुरू मोरारी बापू की कथा होनी है, लेकिन कथा से पहले ही नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। यह बखेड़ा बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उन साइन बोर्डो से हुआ है जिनमें साफ साफ मंदिर परिसर में मोबाइल और फोटो खींचने पर प्रतिबंध की बात की गई थी। लेकिन आज संत मुरारी बापू की गर्भगृह में पूजा की फोटो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रही है, आम आदमी का कहना कि मंदिर समिति इतना दोगलापन कहाँ से लाती है। जब केदारनाथ मे फोटो खींचना मना था इन्होने तो पूरी फ़िल्म ही कैसे बना डाली, तो क्या मोदी और उसके मोदी मीडिया के लिए कोई प्रतिबंध नहीं। क्या भाजपा सरकार जनता के सम्मुख सच्चाई नहीं आने देना चाह रही। कारण समझ मे आ रहा है कि सरकार सोने क़ी चोरी को छुपाने के लिए कैमरा बैन करवा रही थी।
Advertisement

Read Also This:
दरअसल मंदिर समिति हर बार अपने अजब गजब कारनामों से किरकिरी का पात्र बन जाती है। इस साल तो हद ही हो गई। यात्रा शुरू होते ही केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में क्यूआर कोड लगे बड़े बड़े साईन बोर्ड मंदिर के ठीक सामने लगा दिए गए थे। लेकिन जब सवाल उठने शुरू हुऐ तो मंदिर समिति ने ये कहकर पल्ला झाड़ दिया कि क्यूआर कोड उनके नहीं है। इस पर जाँच की बात हुई लेकिन टेक्नोलॉजी के इस युग में क्यूआर कोड धारक का पता नही लगा। फिर नया विवाद गर्भगृह में सोने की प्लेट लगाने और बाद में सोने के पीतल में बदलने का मसला उठा, जिस पर भी गोल मोल जवाब जनता को दिए गए। गर्भगृह की तस्वीरे लेने की मनाही है लेकिन सोने लगाने के समय मंदिर समिति अध्यक्ष की गर्भगृह में खड़े हुई तस्वीरे वायरल हो गई। हाल ही एक यू ट्यूबर की रील और रिंग पहनाने की तस्वीर पर बवाल हो गया। इस पर मंदिर समिति ने बकायदा नोटिस जारी कर मंदिर परिसर में फोटो और मोबाइल को प्रतिबंधित किऐ जाने वाले साइन बोर्ड टाँक दिए। काफी हद लोगो ने इसे सही माना लेकिन अब आज मुरारी बापू की गर्भगृह तस्वीरे सोशल साइट्स पर तैरने से सवाल उठने लगे। हालांकि मंदिर समिति का इस मसले पर अभी तक कोई खंडन नहीं आया है। अब सवाल ये भी है कि क्या प्रतिबंध के बावजूद फोटो खीचने वायरल होने पर कथावाचक पर कोई कार्यवाई होगी या ये नियम सिर्फ आम आदमी को ही डाराने के लिए बनाया गया था।
बता दे प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और रामायण के व्याख्याता पूज्य मोरारी बापू, सावन के शुभ महीने के दौरान एक असाधारण आध्यात्मिक यात्रा पर निकले हैं। 22 जुलाई 2023 से 08 अगस्त 2023 तक मोरारी बापू प्रतिष्ठित 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में राम कथा पर प्रवचन करेंगे। इस कथा के लिए वो केदारनाथ पहुंच गए है। पहली कथा 22 जुलाई को लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर पवित्र केदारनाथ में आयोजित की जाएगी। मोरारी बापू, जो 60 वर्षों से अधिक समय से राम कथा सुना रहे हैं, 18 दिनों तक निर्बाध रूप से भगवान राम की शिक्षाओं का प्रसार करते हुए, एक आध्यात्मिक यात्रा पर निकलेंगे। यात्रा का समापन 08 अगस्त 2023 को गुजरात में बापू के गांव तलगाजर्दा में होगा।
खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।

जो करता है एक लोकतंत्र का निर्माण।
यह है वह वस्तु जो लोकतंत्र को जीवन देती नवीन
बीकेटीसी के हालिया प्रतिबंधों की निकली हवा, कथावाचक मुरारी बापू की केदारनाथ गर्भगृह वाली फोटो वायरल, जनता बोली इतना दोगलापन क्यूँ ?
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129