भगवती शैव / ऊखीमठ  दस्तक पहाड न्यूज  - ऊखीमठ नगर में बंदरों से हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। शुक्रवार को एक बार फिर बंदरों के झुंड ने मन्दिर मार्ग पर एक मजदूर पर हमला किया। जिसे स्थानीय लोगों ने बीच बचाव कर किसी तरह बंदरों को भगाया। ऊखीमठ नगर में आए दिन बंदर राहगीरों को काट रहे हैं जिससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। बंदरों से हमले एक सप्ताह के भीतर यह तीसरी घटना है। आए दिन बंदरो द्वारा लोगों को काटने की बात आम हो गयी है। शुक्रवार को बिहार मूल के एक मजूदर पर बंदरों

Featured Image

के झुंड झपट पड़ा तो स्थानीय लोगों ने बच बचाव किया। इससे पूर्व भटेश्वर वार्ड ये एक युवक पर भी बंदरों ने हमला कर पीठ पर घाव किए थे। रास्तों में झुंड बनाकर बैठे बन्दर बच्चों व बुजुर्गों पर ज्यादा हमले कर रहे हैं। बंदरों के भय से राइका ऊखीमठ के कई छात्र चोटिल हो चुके हैं। पिछले डेढ़ महीनों में बंदरों से काटने की एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो गयी हैं। बंदरों से काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा ओंकारेश्वर मंदिर मार्ग,राइका ऊखीमठ एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ के निकट हो रही हैं। बंदरो का ख़ौफ़ ऐसा है कि बुजुर्ग व बच्चे अकेले घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। स्थानीय लोग सीएम से लेकर डीएम तक बंदरो की समस्या से अवगत करा चुके हैं लेकिन स्थिति जस की तस है। बंदरो के आतंक से परेशान नगरवासियों को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ के चिकित्साधिकारी गोपाल सजवाण ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह दो से तीन मामले बंदरों के काटने के आ रहे हैं। इस सम्बंध में एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में है,नगर पंचायत एवं वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक कर समस्या का समाधान किया जाएगा।