दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज  - अगस्त्यमुनि नगर पंचायत के बसंत विहार, नाकोट वार्ड में देर रात बरसाती पानी कई घरों में घुस गया, सुबह होते-होते घरों के आहाते, रास्ते पानी से लबालब हो गए। नगर क्षेत्र की स्टेट बैंक कॉलोनी के आगे सड़क पर पानी ऐसा बहने लगा मानो नदी इधर ही डाइवर्ट हो गई हो। पुरानादेवल में नगर पंचायत टाॅल के पीछे पहाड़ी का हिस्सा दरक गया है जिससे सटे मकानों को भी खतरा हो गया है। बगर गदेरा भी ऊफान पर है, गदेरा से पानी और मलवा केदारनाथ राजमार्ग पर फैल गया है,

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हालांकि रोड़ आवागमन के लिए पूरी तरह से खुली है। वही पुरानादेवल के पास बनियाड़ी रास्ते की ओर पहाड़ी से गिरे एक बोल्डर ने कार को क्षतिग्रस्त कर दिया। [caption id="attachment_32169" align="aligncenter" width="1080"] पुरानादेवल फिर दरकने लगी पहाड़ी[/caption]   नगर क्षेत्र के बंसत विहार में हालात सबसे जादा खराब है, यहाँ सबसे अधिक घरों में पानी घुसा। यहाँ केदारनाथ विधायक के आवास के साथ महावीर नेगी, ज्ञानेन्द्र मैठाणी, कप्रवान, प्रेम प्रकाश भट्ट, लेखराज खत्री, प्रकाश खत्री, चंद्र सिंह रावत, बाघ सिंह नेगी, गंगा नेगी, गणपति वेडिंग प्वाॅइंट, केंद्रीय विद्यालय समेत दो दर्जन से अधिक घर पानी से लबालब हो गए। बड़ी मात्रा में रास्तों में बह रहा पानी से स्कूली बच्चों के लिए आवाजाही करनी कठिन हो गई, यहाँ तक कई बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाए । वही नाकोट वार्ड से बहने वाला पानी राजेन्द्र गोस्वामी और मायाराम गोस्वामी के मकानों में घुस गया। यहाँ पर नगर पंचायत द्वारा जलनिकास का नाली का निर्माण कार्य किया जा रहा था। लेकिन समुचित निकासी न होने के कारण यहाँ बार बार जलभराव की स्थिति आने से इनके आवासीय भवनों को खतरा बन गया है। स्थानीय निवासी सुशील गोस्वामी ने नगर पंचायत पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि सिंचाई की डेड नहर पर घरों के पाईप छोड़ दिए जाने से स्थिति गंभीर हो गई है, जो अब सीधे उनके घरों में घुस रहा है। बरसाती पानी ने तो हालात और भी खराब कर दी है, जिसका शीघ्र निराकरण किया जाना आवश्यक है। [caption id="attachment_32170" align="aligncenter" width="1071"] बैंक कालोनी जहाँ सड़क बन गई नदी[/caption] बता दें अगस्त्यमुनि के नाकोट, बंसत विहार क्षेत्र लंबे समय से जल भराव की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। खेतों में तेजी से आवासीय भवन बन जाने से स्थिति और भी गंभीर हो गई। सार्वजनिक रास्तों पर अतिक्रमण कर दिया गया, कुछ ने दीवारे खड़ी कर पानी की निकसी ही बंद कर दी तो कई भवन स्वामियों ने रास्ते ही गायब कर दिए आलम ये हुआ कि बरसाती पानी हर बरसात में खुद रास्ता बनाते हुए घरों में घुसने लगा है। कुछ साल पूर्व इसी बरसाती पानी ने बंसत विहार समेत खण्ड विकास कार्यालय में भी भयंकर तबाही मचाई थी। हालाँकि नगर पंचायत द्वारा ड्रेनेज के लिए नालियाँ बनाई जा रही है, लेकिन आपसी सहमति न होने से ये योजना धरातल पर साकार नहीं हो पा रही है। आज नगर क्षेत्र को इस इलाके में सुरक्षित ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत है, जिससे पर शीघ्र काम न किया गया तो भविष्य में नगर क्षेत्र की जनता को गंभीर नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसके लिए स्थानीय निकायों के साथ आम आदमी को भी सहयोग करना होगा।