दस्तक पहाड़ न्यूज  / देहरादून  देहरादून में अवैध प्लाटिंग कर खरीदारों को गुमराह किया जा रहा है। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) से अनुमति लिए बिना ही प्लॉट बेचे जा रहे हैं। एमडीडीए ने भी ऐसी अवैध कॉलोनियों को चिह्नित कर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। 19 जुलाई को प्राधिकरण ने अभियान चलाकर पछवादून की चार कॉलोनियों में की जा रही 110 बीघा की अवैध प्लाटिंग को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया था। वही एक बार फिर से एमडीडीए ने दून में 85 बीघा जमीन में अवैध प्लाटिंग रुकवाई। सोमवार को सबसे पहले

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एमडीडीए की टीम धर्मावाला चौक, शिमला बाईपास क्षेत्र में पहुंची। यहां टीम ने 20 बीघा भूमि पर अवैध प्लाटिंग का काम रुकवाया। इसी तरह शंकरपुर रोड पर 40 बीघा जमीन पर प्लॉटिंग रुकवाई गई। कैंचीवाला, सहसपुर में 25 बीघा भूमि पर बिना लेआउट प्लाटिंग का काम रुकवाया गया। अवैध रूप से बन रहे फ्लैट और दुकानों के खिलाफ भी एमडीडीए ने कार्रवाई की है। हरभजवाला, शिमला बाईपास रोड पर अवैध रूप से बन रहे तीन फ्लैट को सील कर दिया गया। इसी तरह चूना भट्टा, रायपुर रोड में भी अवैध रूप से बन रही दुकान को सील किया गया। संयुक्त सचिव की ओर से टीम को अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। एमडीडीए जहां अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है तो वहीं नगर निगम की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में मौजा मालसी क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। यहां नगर निगम की टीम ने 770 वर्ग मीटर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया। अतिक्रमणकारियों ने यहां कच्चे मकान बनाए हुए थे, जिन्हें जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया। इसके बाद संबंधित भूमि पर नगर निगम के स्वामित्व का बोर्ड लगाया गया।