दस्तक पहाड न्यूज  / रुद्रप्रयाग  रूद्रप्रयाग जनपद में हो रही भारी बर्षा के दृष्टिगत सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सर्तक रहें तथा किसी भी घटना के घटित होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य त्वरित गति से किया जाये। श्री केदानाथ धाम के दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि मौसम ठीक होने पर ही केदारनाथ की यात्रा करे तथा सभी यात्री सुरक्षित स्थानों पर रुके।

Featured Image

अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र नेगी ने अवगत कराया है कि जनपद में हो रहे भारी वर्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सर्तक रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होने निर्देश दिये हैं कि सभी अधिकारी सावधानी से कार्य करते हुए किसी भी तरह की कोई घटना घटित होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित किया जाए इसके साथ ही किसी भी आपदा एवं भूस्खलन के कारण जो भी नुकसान होता है तो उसका तुरन्त आंकलन करते हुए इसकी सूचना जिला कर्यालय को तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि भारी वर्षा के कारण दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, तथा नदी के किनारे रह रहे लोगों को सर्तक करते हुए सुरक्षित स्थानो में जाने केे लिए कहा जाय। उन्होने श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि मौसम ठीक होने पर ही श्री केदारनाथ धाम की यात्रा करें, वर्तमान समय में भारी वर्षा के कारण श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग कई स्थानों पर अवरुद्व है तथा पैदल मार्ग भी कई स्थानों पर भी भारी मलवा आने के कारण अवरुद्व है। उन्होने सभी यात्रियों से अपील की है कि सभी यात्री सुरक्षित स्थानों पर रुकें एवं मौसम ठीक होने पर ही श्री केदारनाथ धाम की यात्रा शुरु करें। उन्होनें श्री केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग में यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात किए गये पुलिस, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, वाईएमएफ एवं प्रशासन की टीमों एवं जवानों को निर्देश दिये है कि सभी जवान संवेदशील एवं भूस्खलन क्षेत्रों में तैनात रहते हुए अपनी सुरक्षा के साथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए सर्तकता एवं सावधानी से कार्य करें। उन्होने यह भी कहा कि भारी वर्षा के कारण भूस्खलन क्षेत्रो एवं जिन गदेरों में जलस्तर काफी बढ जाता है, ऐसी स्थिति में उस समय किसी भी दशा में यात्रियों की आवाजाही न की जाय, तथा जलस्तर कम होने पर ही यात्रियों को संवेदशील क्षेत्र से जाने की अनुमति दी जाय। उन्होने सभी अधिकारियो एवं जवानों को निर्देश दिये कि सभी अपने दायित्वों का निर्वहन सर्तकता एवं सावधानी से करे, तथा कोई भी घटना घटित होने पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए इसकी सूचना जिला आपदा परिचालन केन्द्र को भी तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।