दीपक बेंजवाल  / क्वीली  दस्तक पहाड न्यूज। क्वीली गाँव में माँ नंदा के जयकारों के बीच हर्षोल्लास के साथ नंदा पातबीड़ा का आयोजन संपन्न हुआ। सौर चक्र और ऋतु चक्र की ताल और गति के साथ होने वाली भगवती नन्दा की पात बीड़ा इस वर्ष 17 अगस्त 2023 से आरम्भ होकर 25 अगस्त 2023 तक आयोजित होगी। इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण नंदापाती बृहस्पतिवार को आयोजित हुई। इस उत्सव के लिए बुधवार को नंदा पाती के लिए वृक्ष 'डाळी' निमंत्रित कर अपार जनमानस की उपस्थिति में देर सांय क्वीली गाँव लाया गया था। बृहस्पतिवार

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ब्रह्ममुहूर्त से नंदा की प्रतीकोत्सव डाळी पर स्थानीय वनस्पति कुणजा को लपेटा गया जिसके पश्चात डाळी के शीर्ष पर नंदा के विग्रह को रखा गया। उत्सव के लिए नंदा डाळी पर ऋतु फल लगाए जाते है। विधिवत पूजा के बाद स्थानीय भूम्याल भ्यळो देवता के पश्वा, पंच पांडव, द्रोपदी, हनुमान अवतरित होते है। तत्पश्चात नंदा देवी का सामूहिक आवाह्न होता है, नंदा अपने पश्वा पर प्रकट होती है, और अपने भक्तों को आशीर्वाद देने और मैती मुल्क को निहारने के लिए 60 फीट ऊँची डाळी पर चढ़ती है। शीर्ष पर पहुँच कर नंदा सबको देखती है, प्रसन्न होती है और खुशहाली का आशीर्वाद देकर धीरे धीरे नीचे उतरती है। उतरते वक्त डाली पर लगे ऋतुफल, वस्त्र अपने भक्तों की ओर प्रसाद स्वरूप फेंकती है। और अंत में जमीन पर आकर नंदा पश्वा का अवतरण समाप्त होता है। इस 9 दिवसीय महोत्सव में 17 अगस्त भाद्रपद संक्रान्ति से देवी का पूजन आरम्भ एवं हरियाली रोपण व देवी के जागर गायन प्रारम्भ हुआ। 21 अगस्त को पंचमी तिथि में बीड़ा बीज रोपण और 22 अगस्त भाद्रपद 6 प्रविष्टे षष्टी तिथि को बीड़ा जल यात्रा आयोजित हुई। इसी क्रम में 23 अगस्त भाद्रपद सप्तमी तिथि को विस्तृत देवी पूजन के साथ नंदा डाली को क्वीली गाँव के नंदा चौक में लाया जाएगा। 24 अगस्त अष्टमी तिथि को डाली का श्रृंगार, हवन, पूजन, पांडव पूजन, फल पुष्प एवं प्रसाद वितरण एवं डाली विसर्जन व धर्म भाई लाटू एवं नन्दा की विदाई होगी। 25 अगस्त को नवमी तिथि में बीड़ा एवं हरियाली का वितरण होगा,क्वीली कुरझण एवं बड़कोटी गांव के समस्त परिजनों द्वारा आयोजित यह आयोजन सिर्फ एक कौथीग या मेला भर नही है, ये उन कई दिशा ध्यणियों, बहु बेटियों के मिलन का संगम है जो बरसो से अपने मैती मुल्क को भेटने की चाह रखती है।