बुलडोज़र सीएम का विरोध, अतिक्रमण के नाम पर उत्पीड़न से व्यापारियों में भारी नाराजगी, जबरदस्त नारेबाजी कर जताया गुस्सा
1 min read25/08/2023 2:13 pm
हरीश गुसाई / अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड़ न्यूज।। अगस्त्यमुनि बेड़ूबगड़ बाई पास निर्माण एवं अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न को लेकर अगस्त्यमुनि में व्यापारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाये। इससे पूर्व गुरूवार सांय को व्यापारियों ने बैठक कर बाई पास निर्माण की मांग पर सरकार को जमकर कोसा। तथा चरणवद्ध आन्दोलन प्रारम्भ करते हुए शुक्रवार को बाजार में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। वहीं केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने बैठक स्थल पर पहुंचकर व्यापारियों से वार्ता की। शुक्रवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में व्यापारी पुराना देवल में एकत्रित हुए तथा वहां से बाई पास निर्माण समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी, व्यापार संध के अध्यक्ष नवीन बिष्ट, जिला महामंत्री मोहन रोतेला आदि के नेतृत्व में पुराना देवल से थाने तक जूलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारी अपने हाथ में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। जुलूस के वापस बस अड्डे पर पहंुचने पर आम सभा का आयोजन किया गया। जहां पर वक्ताओं ने आन्दोलन को जारी रखकर लम्बी लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया। वहीं गुरूवार की सांय को निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में वक्ताओं ने कहा कि लोनिवि एनएच द्वारा अगस्त्यमुनि में 40 से अधिक व्यापारियों को अतिक्रमण करने का आरोपी बनाकर नोटिस थमाया है। जो सरासर व्यापारियों का उत्पीड़न है। व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट ने कहा कि यदि सरकार अगस्त्यमुनि में स्वीकृत बाईपास का निर्माण शीघ्र कर दे तो यात्राकाल में लगने वाले जाम से मुक्ति भी मिलेगी और व्यापारियों को राहत भी मिल जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए लम्बा आन्दोलन चलाया जायेगा। व्यापार संघ के जिला महामंत्री मोहन रौतेला ने कहा कि अभी व्यापारी कोरोना महामारी से उबर भी नहीं पाये थे कि सरकार द्वारा अतिक्रमण के नाम पर उन्हें उजाड़ने का फरमान जारी हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार माननीय न्यायालय की आड़ लेकर व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है। जबकि अतिक्रमण पर सरकार कहीं तो अध्यादेश ला रही है तो कहीं बुलडोजर चलवा रही है। सरकार की यह दोहरी नीति व्यापारियों को भारी पड़ रही है। व्यापार संघ के प्रदेश संगठन मंत्री एवं बाई पास निर्माण समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी ने कहा कि 2018 में चारधाम परियोजना पर अगस्त्यमुनि में बाईपास निर्माण की स्वीकृति मिली थी। बाई पास निर्माण इसीलिए किया जा रहा था कि व्यापारियों को उजाड़ना न पड़े और यातायात व्यवस्था भी सुचारू हो सके। परन्तु माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा हिल कटिंग पर रोक लगाये जाने से यह निर्माण अधूरा रह गया। जबकि इस पर 70 प्रतिशत से अधिक मुआवजा वितरण होने के साथ ही प्रारम्भिक निर्माण भी हो चुका है। पांच वर्ष गुजर जाने के बाबजूद विभाग एवं सरकार इस बाई पास के लिए सुप्रीम कोर्ट में सशक्त दलील नहीं दे पाये। जबकि इस बाई पास में अधिकांश भूमि नाप खेत हैं जिनका मुआवजा बंट चुका है, तथा जो वन क्षेत्र था उसमें पेड़ कटने से लेकर आधा निर्माण भी हो चुका था। अब तो इसके निर्माण का रास्ता पूरी तरह से साफ था। कई वक्ताओं ने कहा कि व्यापारियों को भी समझना होगा कि जहां पर अधिक दिक्कत है वहां पर अपने आप ही कुछ हद तक निर्माण को हटाकर रास्ता साफ कर दें। जिससे शासन प्रशासन को लगे कि व्यापारी भी उनका सहयोग कर रहे हैं। बैठक का संचालन करते हुए व्यापार संघ के महामंत्री त्रिभुवन नेगी ने कहा कि व्यापारियों की यही लड़ाई एक जुटता के साथ लड़ी जायेगी। किसी भी व्यापारी का नुकसान नहीं होने दिया जायेगा। बैठक में रणनीति के तहत शुक्रवार को जूलूस प्रदर्शन कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने तथा आन्दोलन के अगले चरण में धरना, क्रमिक अनशन और जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन करने पर सहमति बनी। वहीं केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने बैठक स्थल पर पहंुचकर व्यापारियों की समस्या को सुना। उन्होंने कहा कि बाई पास निर्माण पर माननीय सुप्रीम कोर्ट की रोक लगी है। जिसे खारिज कराने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार ने दस्तावेज लगाकर सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। उन्हें विश्वास है कि कोर्ट द्वारा इस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर निर्माण का रास्ता साफ होगा। परन्तु इस पर समय लगेगा। तब तक धैर्य रखना होगा। वहीं रोड साइड अतिक्रमण भी माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही हटाया जा रहा है। वे व्यापारियों की पीड़ा समझ रही हैं। परन्तु माननीय कोर्ट के सामने सभी लाचार हैं। फिर भी वे अधिकारियों को जितना सम्भव हो सकता है व्यापारियों को बचाने के लिए कह रहे हैं। बैठक एवं जुलूस में मोहम्मद उस्मान, प्रकाश गुनसोला, अनिल कोठियाल, धनसिंह नेगी, विनीत नेगी, प्रमोद गुसाईं, हरीश गुसाईं, प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजयपाल राणा, कुंवरलाल आर्य, भरत लाल, रोहित रावत, मनोज चौहान, सावन नेगी, विजय बंगरवाल सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।
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