दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। अगस्त्यमुनि बेड़ूबगड़ बाई पास निर्माण को लेकर नगर व्यापार मण्डल अगस्त्यमुनि का धरना आज दूसरे दिन भी जारी रहा। आज धरने में बैठने वालों वीरेन्द्र भट्ट, पूर्व प्रधान नाकोट कुंवर लाल आर्य, अध्यक्ष नगर व्यापार मंडल अगस्त्यमुनि नवीन बिष्ट, महासचिव त्रिभुवन नेगी, अध्यक्ष अगस्त्यमुनि-बेडूबगड बाईपास निर्माण संघर्ष समिति शत्रुघ्न नेगी, जिलापंचायत सदस्य कुलदीप सिंह कण्डारी, राजेन्द्र बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष छात्र संघ आलोक

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नेगी, हर्षवर्धन बेंजवाल, विजय बंगरवाल, भगवती सिंह, प्रधान संगठन ब्लाक अध्यक्ष विजयपाल राणा, धनसिंह नेगी,पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य जसपाल आर्य, श्रीनंद जमलोकी, भरत लाल आर्य, शम्भूप्रसाद भट्ट, रोहित रावत, जसपाल रावत, प्रकाश गुनसोला, मोहित पुण्डीर समेत बड़ी संख्या में व्यापारी और जनता शामिल हुई। बाईपास निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी का कहना है कि बाई पास पर कोई फैसला नहीं होता अब तब तक हमारा क्रमिक अनशन जारी रहेगा। आगे आमरण अनशन, चक्का जाम तथा उग्र आन्दोलन भी होगा। व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट ने कहा कि इस आन्दोलन को पूरे प्रदेशभर में समर्थन मिल रहा है, रूद्रप्रयाग जनपद में भी वृहद आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है। तुंगनाथ घाटी में भी आज से धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया है। नगर व्यापार संघ महासचिव त्रिभुवन नेगी कहते है यह आदोलन हमारे जीवन और नई पीढ़ी के भविष्य को लेकर उठी आवाज है। धामी सरकार जनता का दुख दर्द नहीं समझ रही है शर्मनाक है। हम बाईपास निर्माण तक संघर्ष जारी रखेंगे। जिलापंचायत सदस्य कुलदीप कंडारी जनांदलन को पूर्ण समर्थन देते हुए कहते है बाईपास निर्माण में सरकार को दिक्कत ही क्या है। पहाड़ में इतने बड़े-बड़े प्रोजेक्ट सरकार बिना जनता की सहमति के शुरू कर सकती है तो इस बाईपास पर जिसका 70 प्रतिशत हिल कटिंग हो चुकी है पर रोक क्यों। इस बाईपास से स्थानीय जनता के साथ देश विदेश से केदारनाथ धाम आने वाले हजारों लाखों श्रद्धालुओं को सहूलियत मिलेगी। पूर्व प्रधान नाकोट और वरिष्ठ नेता कुंवर लाल आर्य ने कहा मौजूदा सरकार हिटलरशाही पर उतर आयी है। डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। जनता की मांगो को पूरा करना सरकारों का दायित्व है। आपदा की वजह से केदार घाटी पहले से बहुत दुख दर्द झेल रही ऐसे में यहां जनता की मांग को अनसुना नहीं किया जाना चाहिए। प्रधान संगठन ब्लाक अध्यक्ष विजयपाल राणा भी बाईपास निर्माण की मांग को जायज बताते हुए कहते है, उनका पूरा समर्थन जनता के साथ है। सरकार की तानाशाही के खिलाफ वो हमेशा संघर्ष के लिए तैयार है। युवा व्यापारी प्रकाश गुनसोला कहते है कि सरकार शराब के ठेको के लिए नेशनल हाईवे को स्टेट हाईवे में बदल सकती है तो क्या जनता को बचाने के लिए बाईपास जैसे विकल्प क्यों तैयार नहीं किए जा सकते। जबकि केदारनाथ आपदा के बाद आज के मुख्य मार्ग को डेड घोषित करते हुए नगर क्षेत्र के ऊपर नेशनल हाईवे बनाया जाना था, लेकिन अब सरकार खुद अपनी जिम्मेदारी से पलट गई। सरकार यहाँ जनता की मांग क्यों नहीं सुनती।