रूद्रप्रयाग कलेक्ट्रेट में गरजी जनता, सुनाई खरी खोटी, डीएम को सौंपा ज्ञापन, आपदा से 80 गाँवों की सड़क है टूटी, नींद में लोक निर्माण विभाग
1 min read15/09/2023 3:40 pm
दीपक बेंजवाल / अगस्त्यमुनि
दस्तक पहाड न्यूज। बसुकेदार और जखोली तहसील के 80 गाँवों की जनता ने आज पिछले एक माह से आपदा से बाधित चल रहे तिमली पठालीधार सड़क मार्ग के पुनर्निर्माण और वैकल्पिक मार्ग के निर्माण को लेकर रूद्रप्रयाग कलेक्ट्रेट में गहमा गहमी के बीच जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। यहाँ वार्ता करने पहुँचे लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी ग्रामीणों ने सुस्ती बरतने के लिए जमकर लताड़ लगाई।
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विजयनगर- गंगानगर-तिमली और पठालीधार-वसुकेदार मोटर मार्ग के जल्द निर्माण हेतु जिला पंचायत सदस्य कुलदीप सिह कण्डारी की अध्यक्षता में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कलेक्ट्रेट परिसर में जाकर डीएम को अपना चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में 80 गाँवों की प्रभावित जनता को फौरी तौर पर राहत देने के लिए गंगानगर फलई वैकल्पिक मार्ग निर्माण के साथ वासआऊट सड़क का जल्द निर्माण प्रारंभ किये जाने, मंदाकिनी नदी को चैनेलाईज किये जाने और गंगानगर-तिमली-बडमा मोटर मार्ग को तुरंत यातायात हेतु खोल दिये जाने की प्रमुख मांगें शामिल है। इस बीच संघर्ष समिति और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच गहमा गहमी भी हुई। संघर्षकारियों का आरोप है कि इतना समय बीत जाने पर भी विभाग अभी तक कागजी कार्यवाही में उलझा है। वैकल्पिक मार्ग पर वनभूमि और पेड़ कटान की अनुमति क्यों लटकाई जा रही है। जनता परेशान है लेकिन विभाग बहानेबाजी कर रहा है। इस बीच एक विभागीय अधिकारी द्वारा जेसीबी संचालन में तेल न होने की बात कह कर स्थिति को बिगाड़ दिया। जिस पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष कुलदीप कडारी ने अधिकारी को जमकर लताड़ लगाई और काम शुरू न करने पर जबरदस्त आन्दोलन का ऐल्टीमेटम दिया।
प्रधान संगठन ब्लाक अध्यक्ष विजयपाल राणा ने कहा हम आज प्रशासन और विभाग को चेताने के लिए आऐ है, अगर शीघ्र निर्माण शुरू नही होता है तो 80 गाँवों की जनता सड़क पर उतरकर विरोध करेगी।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हर्ष प्रतीम नेगी ने कहा बहुत दुर्भाग्य है जिस उत्तराखंड की लड़ाई को हमने शिद्दत से लड़ा, आज वही हमारे साथ अन्याय हो रहा है। तीन तहसीलों के सौ गाँवों का जीवन कष्टदायक बन गया लेकिन हर तरफ मौन छाया है। विडंबना देखे जिस वैकल्पिक सड़क के लिए 15 दिन से डोजर खड़ा है लेकिन बटन नही दबा दुर्भाग्य है। ये जनता के मौलिक अधिकार हनन नहीं तो क्या है।
सामाजिक कार्यकर्ता काली चरण रावत कहते है कि शर्म की बात है जिस भूमि दुनिया देवभूमि मानती है वही के अधिकारी जनता को जंगली समझ कर दबा रहे है। दोनो विधायक मौन है, यहा जनता की सुध लेने वाला कोई नही। लेकिन अब हमने इनको जगाने के लिए बिगुल बजाया है। अब हम पूरी ताकत से केदारनाथ राजमार्ग को जाम करेंगे जिसके जिम्मेदारी डीएम रूद्रप्रयाग की होगी।
क्षेत्र पंचायत सदस्य सावन नेगी ने कहा जनता बड़ी परेशानी में है, जरूरी सुविधाओं के साथ खाद्यान्न का संकट गहरा गया है, वैकल्पिक मार्ग बनता तो सबको सहूलियत मिलती।
इस अवसर पर काग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष हरीश गुसांई, सामाजिक कार्यकर्ता पंकज रावत, संदीप रावत, प्रधान डडोली सुमान सिंह रौथाण, सत्येन्द्र सिंह राणा ग्राम प्रधान डांगी,पंकज रावत क्षेत्र पंचायत सदस्य डाँगी,जयेन्द्र पवार ग्राम प्रधान किमाणा, संदीप रावत ग्राम प्रधान उत्तर्सू , शकूर अहमद पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य डांगी , मनोज रौथाण, विजय भट्ट, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष आलोक नेगी, बड़ी संख्या में स्थानीय प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और ग्रामीण मौजूद रहे।
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