दीपक बेंजवाल  / दस्तक पहाड न्यूज  रुद्रप्रयाग । ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की कार्यदायी कंपनी मेघा में कार्यरत एक युवक और रूद्रप्रयाग कलक्ट्रेट में तैनात पीआरडी जवान की

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संदिग्ध मौतों ने अब कई सवाल खड़े कर दिए है। इन दो दिनों में आत्महत्या के दोनों मामलों में फांसी लगाकर जान दी गई। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की कार्यदायी कंपनी मेघा में काम करने वाला गुरुप्रीत सिंह (32) पुत्र सुरजीत सिंह, उत्तम पट्टी, सरायखास, जालंधर, पंजाब, रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में किराए पर रहता था। बीते 25 सितंबर को वह अपने कमरे में ही था। लेकिन देर शाम सात बजे तक भी जब उसके कमरे के दरवाजा नहीं खुला तो मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जयपाल सिंह नेगी मय फोर्स मौके पर पहुंचे। काफी प्रयासों के बाद दरवाजा तोड़कर पुलिस कमरे के अंदर पहुंची तो पाया कि युवक पंखे पर रस्सी के सहारे लटका हुआ है। शव को नीचे उतारकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टपार्टम के लिए भेजा गया। एसएचओ जेएस नेगी ने बताया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पूरी स्थिति साफ हो पाएगी। मेघा कंपनी के अधिकारियों से भी प्रारंभिक जानकारी ली गई है। दूसरी तरफ मंगलवार को कलक्ट्रेट में तैनात पीआरडी जवान वीरबल (29) पुत्र शेर सिंह, निवासी रांसी-गौंडार, भी संदिग्ध परिस्थितियों में अपने कमरे में मृत मिला। युवक का शव पंखे से लटका हुआ था। सुबह 10.30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि युवक दरवाजा नहीं खोल रहा है। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने धक्का मारकर दरवाजा खोला तो युवक पंखे से लटका मिला। घटना की सूचना पर युवक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं।