दस्तक पहाड न्यूज  / ऊखीमठ  मद्महेश्वर भगवान के दर्शनों से लौट रहे ट्रैकरों के दल का एक सदस्य रास्ता भटक गया। आपदा कंट्रोल रूम को मिली सूचना के बाद आपदा प्रबंधन कार्यालय ने वन विभाग एवं रांसी-गौंडार के स्थानीय लोगों से संपर्क साध कर ट्रैकर का सर्च अभियान शुरू किया। सर्च के बाद टैकर को मधुगंगा के समीप से सुरक्षित रेस्क्यू कर रांसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए पहुंचाया जा चुका है।

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जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंनद सिंह रजवार ने बताया कि 26 सितंबर को बंगाल के छह लोगों का दल भगवान मदमहेश्वर के दर्शनों एवं ट्रैंकिग के लिए रवाना हुआ। दल की ही एक सदस्य फाल्गुनी ने 28 सितंबर को आपदा कंट्रोल रूम को फोन कर सूचना दी कि वापसी में उनके दल का एक सदस्य राजीव रास्ता भटक गया है एवं उससे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा। जिला आपदा प्रबंधन ने तुंरत मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग एवं स्थानीय ग्रामीणों को इसकी जानकारी देते हुए सर्च ऑपरेशन शुरू करने को कहा एवं अपनी टीम मौके के लिए रवाना कर दी। पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, वन विभाग एवं ग्रामीणा द्वारा दो दिनों तक चलाए गए सामूहिक सर्च अभियान के बाद राजीव को मधुगंगा के समीप से रेस्क्यू कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए पहुंचा दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने सफल रेस्क्यू के लिए वन विभाग एवं स्थानीय ग्रामीणों को धन्यवाद दिया।