वन विभाग, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में रुद्रप्रयाग अगस्त्यमुनि रेंज चोपता क्षेत्रांतर्गत बनियाकुंड में वन आरक्षित क्षेत्र में सड़क किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाया गया।
सड़क किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण के तहत लगभग 15-20 अवैध ढाबा, रेस्टोरेंट को तोड़ा गया। जिसमें लगभग 200 मीटर आरक्षित वन भूमि को कब्जे में लिया गया।
रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा आज आरक्षित वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण को लेकर की गई बड़ी कार्यवाही।
चोपता बनियाकुंड में एक बार फिर प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए स्थानीय बेरोजगार युवाओं के ढाबे, होटल और लाॅज तोड़ दिए। प्रशासन की इस कार्यवाही से स्थानीय युवाओं में काफी रोष है। इधर इस कार्यवाही पर प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग अभिमन्यु ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि वन प्रभाग रुद्रप्रयाग अगस्त्यमुनि रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र चोपता क्षेत्रांतर्गत बनियाकुंड में आज वन विभाग, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए भारतीय वन अधिनियम के अंतर्गत आरक्षित वन पर अप्राधिकृत अध्यासन के विरुद्ध की गई।
उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा भारतीय वन अधिनियम के अंतर्गत चिन्हित व्यक्तियों के विरुद्ध बेदखली की कार्यवाही अमल में लाई गई। इसके साथ ही 2 वर्षों की सुनवाई व कई अवसर दिए जाने के बाद भी अवैध अतिक्रमणकारियों द्वारा प्रश्नगत भूमि पर अपना स्वामित्व साबित नहीं किए जाने के बाद प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा बेदखली का आदेश पारित किए गए। उन्होंने कहा कि आज अतिक्रमण के विरुद्ध की गई कार्यवाही के तहत लगभग 15-20 व्यक्तियों के अप्राधिकृत अध्यासनों से लगभग 200 मीटर आरक्षित वन भूमि को कब्जे में लिया गया। इसके साथ ही मा. उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में राष्ट्रीय एवं राजमार्ग के समीप वन क्षेत्र में किए गए अतिक्रमण को हटाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि संबंधित अवैध कब्जा धारियों को पूर्व में ही अपने ढाबा, रेस्टोरेंट आदि प्रतिष्ठानों को हटाए जाने के संबंध में अवगत कराया गया था तथा सभी व्यक्तियों को अपना सामान हटाए जाने के लिए भी समय दिया गया। इसके साथ ही कब्जाधारी व्यक्तियों द्वारा स्वयं अपना सामान हटाया गया जिसमें विभाग द्वारा पूर्ण समय दिया गया तथा आज विभाग द्वारा पक्के किए गए अवैध कब्जे को हटाया गया।
इस अवसर पर तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा, रेंज क्षेत्राधिकारी अगस्त्यमुनि यशवंत सिंह चौहान, खांकरा दिनेश चंद्र जोशी, रुद्रप्रयाग संजय कुमार, थानाध्यक्ष ऊखीमठ सुरेश चंद्र बलूनी सहित वन विभाग, राजस्व विभाग सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे।
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चोपता बनियाकुंड में स्थानीय रोजगार पर टूटा कहर, बुलडोजर लाकर तोड़ दिए दुकान, ढाबे, होटल, लाॅज
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दीपक बेंजवाल / दस्तक पहाड न्यूज
वन विभाग, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में रुद्रप्रयाग अगस्त्यमुनि रेंज चोपता क्षेत्रांतर्गत बनियाकुंड में वन आरक्षित क्षेत्र में
सड़क किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाया गया।
सड़क किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण के तहत लगभग 15-20 अवैध ढाबा, रेस्टोरेंट को तोड़ा गया। जिसमें लगभग 200 मीटर आरक्षित वन भूमि को कब्जे में लिया गया।
रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा आज आरक्षित वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण को लेकर की गई बड़ी कार्यवाही।
चोपता बनियाकुंड में एक बार फिर प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए स्थानीय बेरोजगार युवाओं के ढाबे, होटल और लाॅज तोड़ दिए। प्रशासन की इस कार्यवाही से
स्थानीय युवाओं में काफी रोष है। इधर इस कार्यवाही पर प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग अभिमन्यु ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि वन प्रभाग
रुद्रप्रयाग अगस्त्यमुनि रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र चोपता क्षेत्रांतर्गत बनियाकुंड में आज वन विभाग, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग द्वारा बड़ी कार्यवाही
करते हुए भारतीय वन अधिनियम के अंतर्गत आरक्षित वन पर अप्राधिकृत अध्यासन के विरुद्ध की गई।
उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा भारतीय वन अधिनियम के अंतर्गत चिन्हित व्यक्तियों के विरुद्ध बेदखली की कार्यवाही अमल में लाई गई। इसके
साथ ही 2 वर्षों की सुनवाई व कई अवसर दिए जाने के बाद भी अवैध अतिक्रमणकारियों द्वारा प्रश्नगत भूमि पर अपना स्वामित्व साबित नहीं किए जाने के बाद प्रभागीय
वनाधिकारी द्वारा बेदखली का आदेश पारित किए गए। उन्होंने कहा कि आज अतिक्रमण के विरुद्ध की गई कार्यवाही के तहत लगभग 15-20 व्यक्तियों के अप्राधिकृत अध्यासनों
से लगभग 200 मीटर आरक्षित वन भूमि को कब्जे में लिया गया। इसके साथ ही मा. उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में राष्ट्रीय एवं
राजमार्ग के समीप वन क्षेत्र में किए गए अतिक्रमण को हटाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि संबंधित अवैध कब्जा
धारियों को पूर्व में ही अपने ढाबा, रेस्टोरेंट आदि प्रतिष्ठानों को हटाए जाने के संबंध में अवगत कराया गया था तथा सभी व्यक्तियों को अपना सामान हटाए जाने के
लिए भी समय दिया गया। इसके साथ ही कब्जाधारी व्यक्तियों द्वारा स्वयं अपना सामान हटाया गया जिसमें विभाग द्वारा पूर्ण समय दिया गया तथा आज विभाग द्वारा
पक्के किए गए अवैध कब्जे को हटाया गया।
इस अवसर पर तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा, रेंज क्षेत्राधिकारी अगस्त्यमुनि यशवंत सिंह चौहान, खांकरा दिनेश चंद्र जोशी, रुद्रप्रयाग संजय कुमार,
थानाध्यक्ष ऊखीमठ सुरेश चंद्र बलूनी सहित वन विभाग, राजस्व विभाग सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे।