दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। रंगारंग सांस्कृितक कार्यक्रमों के साथ पांच दिवसीय मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले का आगाज हो गया। अगस्त्यमुनि के विशाल मैदान में 7 से 11 नवम्बर तक लगने वाले मेले का केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने विधि विधान के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया। जनता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेले एवं त्योहार हमारी संस्कृति की पहचान हैं इसके संरक्षण के लिए इस तरह के आयोजन किए जाने आवश्यक हैं ताकि आने वाली पीढी भी इनका अनुसरण कर आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य कर सके। उन्होंने कहा मेला कमेटी को सलाह दी कि इसे केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक ही सीमित न रखें बल्कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर इसे स्थानीय उत्पादों से भी जोड़ा जाय। सरकार मेले एवं त्योहारों को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है तथा विभिन्न विभागों द्वारा सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम जनता को स्टॉलों के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है।
विशिष्ठ अतिथि जिपंस कुलदीप कण्डारी ने उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में अपनी शहादत देने वाले शहीदों को याद करते हुए कहा कि मेले हमारी संस्कृति के संवाहक होते हैं। स्थानीय मेले में जहां बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच मिलता है वहीं स्थानीय उत्पादों को बाजार भी उपलब्ध होता है।
पूर्व राज्य मंत्री अशोक खत्री ने मेले के संस्थापक सदस्यों को याद करते हुए कहा कि उनके द्वारा लगाई गई यह पौध आज विशाल वृक्ष का रूप ले रहा है। अगस्त्यमुनि संपूर्ण मंदाकिनी घाटी की सांस्कृतिक हृदयस्थली है। इस आयोजन ने संपूर्ण मंदाकिनी घाटी में उत्साह का संचार किया है।
मेला अध्यक्ष नपं अगस्त्यमुनि की अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया। मेला समिति के महासचिव एवं कार्यकारी अध्यक्ष हर्षवर्धन बेंजवाल ने मेले के इतिहास पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर गुरूकुल नेशनल स्कूल द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति दी गई। साथ ही अगस्त्य पब्लिक स्कूल, राबाइका, राइजिंग ईरा, चिए अगस्त्यमुनि सहित कई विद्यालयों की छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। वहीं मेले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, स्वजल, वन विभाग, चिकित्सा विभाग, बाल विकास, उद्योग, मत्स्य, सहकारिता सहित विभिन्न जनपदों से आए उद्यमियों ने अपने स्टॉल लगाए गए हैं।
केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत द्वारा स्टॉलों का निरीक्षण किया गया तथा उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित भी किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी बीरसिंह बुदियाल, एसडीएम आशीष घिल्डियाल, जिला क्रीड़ाधिकारी निर्मला पंत, मेला संयोजक विक्रम नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट, मोहन रौतेला, शत्रुघ्न नेगी, चन्द्र सिंह नेगी, दिग्पाल नेगी, रागनी नेगी, रमेश बेंजवाल, बलवीर लाल, पृथ्वीराज रावत, कुसुम भट्ट सहित जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए मेलार्थी उपस्थित रहे। मंच संचालन गंगाराम सकलानी एवं गिरीश बेंजवाल ने संयुक्त रूप से किया।
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मंदाकिनी शरदोत्सव का रंगारंग आग़ाज, केदारनाथ विधायक शैलारानी ने किया शुभारंभ
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हरीश गुसाई / अगस्त्यमुनि।
दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। रंगारंग सांस्कृितक कार्यक्रमों के साथ पांच दिवसीय मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले का आगाज हो गया।
अगस्त्यमुनि के विशाल मैदान में 7 से 11 नवम्बर तक लगने वाले मेले का केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने विधि विधान के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का
उद्घाटन किया। जनता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेले एवं त्योहार हमारी संस्कृति की पहचान हैं इसके संरक्षण के लिए इस तरह के आयोजन किए जाने आवश्यक
हैं ताकि आने वाली पीढी भी इनका अनुसरण कर आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य कर सके। उन्होंने कहा मेला कमेटी को सलाह दी कि इसे केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक ही
सीमित न रखें बल्कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर इसे स्थानीय उत्पादों से भी जोड़ा जाय। सरकार मेले एवं त्योहारों को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयासरत
है तथा विभिन्न विभागों द्वारा सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम जनता को स्टॉलों के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है।
विशिष्ठ अतिथि जिपंस कुलदीप कण्डारी ने उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में अपनी शहादत देने वाले शहीदों को याद करते हुए कहा कि मेले हमारी संस्कृति के संवाहक
होते हैं। स्थानीय मेले में जहां बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच मिलता है वहीं स्थानीय उत्पादों को बाजार भी उपलब्ध होता है।
पूर्व राज्य मंत्री अशोक खत्री ने मेले के संस्थापक सदस्यों को याद करते हुए कहा कि उनके द्वारा लगाई गई यह पौध आज विशाल वृक्ष का रूप ले रहा है। अगस्त्यमुनि
संपूर्ण मंदाकिनी घाटी की सांस्कृतिक हृदयस्थली है। इस आयोजन ने संपूर्ण मंदाकिनी घाटी में उत्साह का संचार किया है।
मेला अध्यक्ष नपं अगस्त्यमुनि की अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया। मेला समिति के महासचिव एवं कार्यकारी अध्यक्ष
हर्षवर्धन बेंजवाल ने मेले के इतिहास पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर गुरूकुल नेशनल स्कूल द्वारा स्वागत गीत की
प्रस्तुति दी गई। साथ ही अगस्त्य पब्लिक स्कूल, राबाइका, राइजिंग ईरा, चिए अगस्त्यमुनि सहित कई विद्यालयों की छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक
कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। वहीं मेले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, स्वजल, वन विभाग, चिकित्सा विभाग, बाल विकास, उद्योग, मत्स्य, सहकारिता सहित विभिन्न
जनपदों से आए उद्यमियों ने अपने स्टॉल लगाए गए हैं।
केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत द्वारा स्टॉलों का निरीक्षण किया गया तथा उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम जनता को
उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित भी किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी बीरसिंह बुदियाल, एसडीएम आशीष घिल्डियाल, जिला क्रीड़ाधिकारी निर्मला पंत, मेला संयोजक
विक्रम नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट, मोहन रौतेला, शत्रुघ्न नेगी, चन्द्र सिंह नेगी, दिग्पाल नेगी, रागनी नेगी, रमेश बेंजवाल, बलवीर लाल, पृथ्वीराज
रावत, कुसुम भट्ट सहित जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए मेलार्थी उपस्थित रहे। मंच संचालन गंगाराम सकलानी एवं गिरीश बेंजवाल ने संयुक्त रूप से
किया।