संघर्ष और शहादतों से मिला उत्तराखंड राज्य, इसका सम्मान हमारा नैतिक दायित्व- विनोद राणा
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09/11/202311:12 pm
दीपक बेंजवाल / राऊंलेक
दस्तक पहाड न्यूज। – मद्महेश्वर घाटी के राजकीय इण्टर कॉलेज राऊंलेक में उत्तराखंड शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन कर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए हर्षोल्लास के साथ उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य कालीमठ एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति जनपद रूद्रप्रयाग विनोद राणा ने समस्त क्षेत्र वासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह राज्य तमाम संघर्षों और शहादतों से मिला है, इसलिए शहीदों का सबसे पहले सम्मान होना चाहिए। उत्तराखंड के पृथक पर्वतीय राज्य आंदोलन में 42 सपूतों की शहादत हुई है। जिनमें रूद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ विकासखण्ड निवासी शहीद अशोक कैशिव, विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के शहीद यशोधर बेंजवाल और जखोली विकासखंड के शहीद राय सिंह बंगारी भी शामिल है। इन शहीदों की यशगाथाऐ हमेशा स्वर्ण अक्षरों से लिखी जायेगी। शहीदों के सपने के अनुरूप राज्य अभी तक नहीं बन पाया है लेकिन समाज की बेहतरी का जज्बा हमेशा उनके जेहन में अडिग रहता है। क्षेत्र की समस्याओं के लिए मैं सदैव संघर्षरत रहूँगा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मद्महेश्वर घाटी विकास मंच के पूर्व अध्यक्ष राकेश नेगी ने कहा राज्य स्थापना दिवस हमें उत्तराखण्डी होने का गर्व प्रदान करता है। इस राज्य को सवाँरने के लिए सरकार के साथ-साथ हमारी भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य संजय भारती ने निभाई। विद्वान शिक्षक के सी गैरोला, एम एस राणा, मुकुन्दी सिंह रावत, सूरज रांवला, एम डी त्रिवेदी के सफल संचालन और अन्य सभी विद्वान गुरूजनों की उपस्थिति में ग्राम प्रधान कमलेंन्द्र नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती मुन्नी देवी, ग्राम प्रधान उनियाणा महावीर पंवार, महिला मंगदल अध्यक्ष श्रीमती नीमा देवी जी, श्रीमती संगीता देवी जी सामाजिक कार्यकर्ता शिव सिंह नेग सहित मातृशक्ति, बुजुर्ग- गण, छात्र -छात्रायें व क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।
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संघर्ष और शहादतों से मिला उत्तराखंड राज्य, इसका सम्मान हमारा नैतिक दायित्व- विनोद राणा
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दीपक बेंजवाल / राऊंलेक
दस्तक पहाड न्यूज। - मद्महेश्वर घाटी के राजकीय इण्टर कॉलेज राऊंलेक में उत्तराखंड शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन कर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए
हर्षोल्लास के साथ उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य कालीमठ एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति जनपद रूद्रप्रयाग विनोद राणा ने समस्त क्षेत्र वासियों को राज्य
स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह राज्य तमाम संघर्षों और शहादतों से मिला है, इसलिए शहीदों का सबसे पहले सम्मान होना चाहिए। उत्तराखंड के पृथक
पर्वतीय राज्य आंदोलन में 42 सपूतों की शहादत हुई है। जिनमें रूद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ विकासखण्ड निवासी शहीद अशोक कैशिव, विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के शहीद
यशोधर बेंजवाल और जखोली विकासखंड के शहीद राय सिंह बंगारी भी शामिल है। इन शहीदों की यशगाथाऐ हमेशा स्वर्ण अक्षरों से लिखी जायेगी। शहीदों के सपने के अनुरूप
राज्य अभी तक नहीं बन पाया है लेकिन समाज की बेहतरी का जज्बा हमेशा उनके जेहन में अडिग रहता है। क्षेत्र की समस्याओं के लिए मैं सदैव संघर्षरत रहूँगा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मद्महेश्वर घाटी विकास मंच के पूर्व अध्यक्ष राकेश नेगी ने कहा राज्य स्थापना दिवस हमें उत्तराखण्डी होने का गर्व प्रदान करता
है। इस राज्य को सवाँरने के लिए सरकार के साथ-साथ हमारी भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य संजय भारती ने निभाई। विद्वान शिक्षक के सी गैरोला, एम एस राणा, मुकुन्दी सिंह रावत, सूरज रांवला, एम डी
त्रिवेदी के सफल संचालन और अन्य सभी विद्वान गुरूजनों की उपस्थिति में ग्राम प्रधान कमलेंन्द्र नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती मुन्नी देवी, ग्राम
प्रधान उनियाणा महावीर पंवार, महिला मंगदल अध्यक्ष श्रीमती नीमा देवी जी, श्रीमती संगीता देवी जी सामाजिक कार्यकर्ता शिव सिंह नेग सहित मातृशक्ति, बुजुर्ग-
गण, छात्र -छात्रायें व क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।