दीपक बेंजवाल  / गुप्तकाशी दस्तक पहाड न्यूज। । लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक बाबा केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के स्वागत में जहाँ श्रद्धालु पलक पावँड़े बिझाये है वहीं सरकार और प्रशासन की नुमाइंदें व्यवस्थाओं की बहाली के लिए आँख मूँद कर बैठे है। आज फिर से श्रद्धालुजनों को बदहाल व्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। दरअसल जिरवाड़ी से व्यूंग गाड तक के बदहाल रास्ते ने श्रद्धालुओं और बाबा केदार के साथ-साथ चल रहे तीर्थ पुरोहितों के लिए भी बड़ी परेशानी खड़ी कर दी। बड़ी

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मुश्किल से श्रद्धालुओं ने जान जोखिम में रखकर बाबा केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को किसी तरह दूसरे रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी पहुँचाया। इस मामले पर दस्तक पहाड न्यूज से बातचीत करते हुए केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया जिरवाड़ी से व्यूंग गाड तक का रास्ता बेहद खराब है, शासन प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई, यह हालत चिंताजनक है, हर साल बाबा केदार की डोली इस रास्ते से आती जाती है, लेकिन इस मार्ग की अनदेखी क्यों की जा रही है। अगर अगले वर्ष के लिए इस मार्ग को ठीक नहीं किया जाता तो संपूर्ण तीर्थ पुरोहित समाज आन्दोलन को मजबूर होगा। [caption id="attachment_34545" align="aligncenter" width="1200"] बदहाल रास्ता[/caption] श्री केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज 15 नवंबर को बंद हो गये है, भगवान केदारनाथ की विग्रह डोली श्रद्धालुओं को दर्शन देते हुए बुद्धवार प्रथम पड़ाव रामपूर प्रवास के पश्चात आज देर शाम बृहस्पतिवार दूसरे पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची। हजारों श्रद्धालु पंचमुखी डोली दर्शन को यहाँ पहुंचे। श्रद्धालुजन देवडोली के साथ केदारनाथ धाम से पैदल यात्रा पर है। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली कल शुक्रवार 17 नवंबर को प्रात: गुप्तकाशी से पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। पंचमुखी डोली के श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचने के पश्चात भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजायें शुरू हो जायेंगी।